इंदौर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक जालसाज को गिरफ्तार किया है. जालसाज ने पुलिस आरक्षक की नौकरी लगवाने के नाम पर युवती से 6 लाख रुपये की ठगी की थी. आरोपी खुद को पुलिस आरक्षक बताकर युवती को बिना परीक्षा दिए नौकरी दिलाने का झांसा दे रहा था.
पुलिस के अनुसार, युवती ने पुलिस आयुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी कि देवास के रहने वाले अजय पाटीदार ने उससे कहा कि वह उसे 6 लाख रुपये में पुलिस में आरक्षक की नौकरी दिला सकता है. शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस आयुक्त, नगरीय इंदौर ने तत्काल जांच के आदेश दिए. इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने तकनीकी और साइबर साक्ष्यों के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
10वीं तक पढ़ाई, खुद को बताता पुलिस वाला
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह केवल 10वीं कक्षा तक पढ़ा है और खेती-किसानी का काम करता है. वह कई युवतियों से दोस्ती करने के लिए खुद को पुलिसकर्मी बताता था. इसी दौरान उसने शिकायतकर्ता युवती को भी झांसे में लेकर नौकरी लगवाने की फर्जी बात कही और उससे 6 लाख रुपये का फर्जीवाड़ा किया.
पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी के खिलाफ गैंबलिंग एक्ट और आर्म्स एक्ट के तहत दो प्रकरण देवास जिले में पहले से ही दर्ज हैं. इसके अलावा थाना आजाद नगर, इंदौर में भी उसके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जा चुकी है.
पीड़ितों की जांच की जा रही
क्राइम ब्रांच ने आरोपी के खिलाफ अपराध बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है. फिलहाल, आरोपी से पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने कितने और लोगों को ठगा है.
डीसीपी राजेश त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस साइबर साक्ष्यों और आरोपी के मोबाइल डाटा की जांच कर रही है. साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि कहीं उसके अन्य सहयोगी तो इस फर्जीवाड़े में शामिल नहीं हैं.