MP News: मेयर ने इंदौर को बताया एशिया के सबसे रईस शहरों में से एक, वजह जानकर चौंक जाएंगे आप

Madhya Pradesh News Today: इंदौर के मेयर भार्गव ने एक सेमिनार में कहा कि मैं जब से महापौर बना हूं, तब से मजाक में कह रहा हूं कि इंदौर एशिया के सबसे रईस शहरों में से एक है, क्योंकि हम 21 रुपये प्रति किलोलीटर की लागत वाला पानी पीते हैं और इसे बेवजह बहाते भी हैं. महापौर ने कहा कि हम पानी नहीं, बल्कि घी पी रहे हैं.

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इंदौर (मध्यप्रदेश):

Indore News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर शहर (Indore City) को एमपी की आर्थिक राजधानी के तौर पर भी जाना जाता है. इसके अलावा ये शहर अपनी साफ-सफाई के लिए भी अपनी अलग ही पहचान रखता है. लेकिन इंदौर के नाम एक और विशेषण जुड़ गया है और वह ये है कि इंदौर एशिया के सबसे रईस शहरों में से एक बन गया है.

इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने गुरुवार को कटाक्ष करते हुए कहा कि महंगे पानी के उपयोग की वजह से इंदौर, एशिया के सबसे रईस शहरों में से एक बन गया है. उन्होंने देश के सबसे स्वच्छ शहर में पानी के बेजां इस्तेमाल पर चिंता जताते हुए यह बात कही.

'पानी नहीं, घी पीते हैं इंदौर के लोग'

भार्गव ने एक सेमिनार में कहा कि मैं जब से महापौर बना हूं, तब से मजाक में कह रहा हूं कि इंदौर एशिया के सबसे रईस शहरों में से एक है, क्योंकि हम 21 रुपये प्रति किलोलीटर की लागत वाला पानी पीते हैं और इसे बेवजह बहाते भी हैं. महापौर ने कहा कि हम पानी नहीं, बल्कि घी पी रहे हैं.

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आपको बता दें कि देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर की करीब 35 लाख की आबादी अपनी पानी की आवश्यकताओं के लिए काफी हद तक नर्मदा नदी पर निर्भर है. अधिकारियों ने बताया कि नर्मदा जल को पड़ोसी खरगोन जिले के जलूद गांव से 80 किलोमीटर दूर इंदौर लाकर घर-घर पहुंचाने में इंदौर नगर निगम को हर साल करीब 300 करोड़ रुपये खर्च करने पड़ते हैं, जिसमें मोटर पम्प चलाने में इस्तेमाल बिजली का बिल सरकारी खजाने पर सबसे भारी बोझ डालता है. इसके बावजूद लोग इस अमृत तुल्य पानी को बेजां बहा देते हैं. 

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