Indore Contaminated Water News: देश के सबसे साफ शहर इंदौर में दूषित पानी पीने से 7 लोगों की मौत हो गई. इंदौर के मेयर पुष्यमित्र भार्गव इसकी पुष्टि की है. वहीं, दूषित पानी पीने से बीमार हुए 111 मरीज अब भी अस्पताल में भर्ती है, जबकि 18 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं. प्रशासन की ओर से भागीरथपुरा क्षेत्र के 2703 घरों का सर्वे किया गया है, जिनमें 12000 लोगों की जांच हुई है. 1146 मरीजों का मौके पर ही प्राथमिक उपचार किया गया. सर्वे का काम अभी जारी है्. सरकार और प्रशासन की ओर से सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं. इस मामले में लापरवाही बरतने वाले तीन अफसरों पर कार्रवाई भी की गई है.
अब तक इनकी हुई मौत
दरअसल, इंदौर के भागीरथपुरा क्षेत्र में दूषित पानी पीने के कारण सैकड़ों लोग बीमार हो गए थे. लोगों को पेट दर्द, उल्टी और दस्त की शिकायत हुई थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इनमें नंदराम (70), उर्मिला (60), और ताराबाई कोरी (70) की मौत हो गई थी. वहीं, सूत्रों का कहना है कि 26 दिसंबर को सबसे पहले दूषित पानी पीने से गोमती रावत की हुई थी, हालांकि उस समय यह मामला सामने नहीं आया था. वहीं, अब मरने वालों की संख्या सात पहुंच गई है.
इन अस्पतालों में भती हैं लोग
जानकारी के अनुसार, दूषित पानी पीने से बीमार 111 लोग शहर के अलग-अलग अस्पताल में भर्ती हैं. इनमें वर्मा अस्पताल में 30, ईएसआईसी में 11, एमवाय में 5, त्रिवेणी अस्पताल में 7 और अरविंदो अस्पताल में 2 मरीज भर्ती हैं. बाकी का अन्य अस्पतालों में इलाज चल रहा है, इनमें कई की हालत गंभीर भी बताया जा रही है. ऐसे में मौत का आंकड़ा बढ़ भी सकता है.
12000 लोगों की जांच की गई
दूषित पानी से बिगड़े हालात को काबू करने के लिए प्रशासन की ओर से सर्वे भी कराया जा रहा है. अब तक करीब 2703 घरों का सर्वे हो चुका है, जहां रहने वाले 12000 लोगों की जांच की गई है. 1146 का मौके पर प्राथमिक उपचार किया गया है. भागीरथपुरा क्षेत्र में 4 एंबुलेंस, 14 डॉक्टर, 24 एमपीडब्ल्यू, पैरामेडिकल स्टाफ और एमवाय अस्पताल के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के डॉक्टर की टीम तैनात की गई है, जो लोगों का उपचार कर रही है.
विजयवर्गीय बोले- जब तक मरीजों की संख्या शून्य नहीं हो जाती मैं यहीं रहूंगा
भागीरथपुरा इलाका विधानसभा क्षेत्र इंदौर-1 में आता है, जहां से कुछ कैलाश विजयवर्गीय विधायक हैं. उन्होंने कहा कि ‘‘मुझे लगता है कि चूक तो हुई है, लेकिन अभी इस बारे में चर्चा करने से अच्छा है कि हम पहले सभी मरीजों को स्वस्थ करें. उन्होंने कहा कि दूषित पेयजल कांड के किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा, भले ही वह कितने भी बड़े स्तर का अधिकारी हो. जब तक मरीजों की संख्या शून्य नहीं हो जाती मैं यहीं रहूंगा.
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