Indore Chipko Andolan 2024: इंदौर में पड़े बचाने के (Campaign started to save trees) लिए आम लोगों ने अनोखी पहल शुरू की है. इस पहल के तहत हर पेड़ की नंबरिंग की जा रही है. साथ ही एक पासबुक बनाकर इसकी जानकारी लिखी जा रही है. इंदौरवासियों ने ये पहल पुनर्घनत्वीकरण प्रोजेक्ट के विरोध में शुरू की है, जो एक हफ्ते तक ये चलेगा.
पासबुक में लिखा जाएगा पेड़ की जानकारी
दरअसल, इंदौर के स्मार्ट सिटी एरिया (Smart City) के एमओजी लाइंस में पुनर्घनत्वीकरण प्रोजेक्ट (Densification Project) के लिए काटे जा रहे पेड़ों को बचाने के लिए इंदौरवासी मैदान में आ गए हैं. वहीं रहनवासी रविवार, 2 जून से यहां एक अभियान शुरू कर दिया, जिसमें पेड़ों को कटने से बचाने के लिए उनकी नंबरिंग कर रही है. वहीं हर पेड़ पर उसका नंबर और जानकारी लिखी जा रही है. इसके अलावा इन पेड़ों की एक पासबुक भी बनाई है, जिसमें सारे हिसाब दर्ज करेंगे.
कोर्ट में जमा किया जाएगा पूरा रिकॉर्ड
ये अभियान एक हफ्ते तक चलेगा और फिर पूरा रिकॉर्ड तैयार कर कोर्ट को इसकी पूरी जानकारी सौंपी जाएगी. वहीं पहल शुरू होने के बाद जो भी पेड़ कटेगा तो उसकी जानकारी भी इसी पासबुक में लिखा जाएगा. इस तरह से रहवासियों के पास कुल पेड़ और कितने पेड़ काटे गए, इसका पूरा ब्योरा हो जाएगा.
पेड़ बचाने के लिए बच्चे- महिलाएं भी आए सामने
एमओजी लाइंस में पेड़ बचाने के लिए महिलाएं और बच्चे भी मैदान में आ गए हैं. हर पेड़ पर तख्ती लगाई जा रही है, जिस पर लिखा है- 'मैं तुम्हें जीवन देता हूं... तुम मुझे ही काटोगे.' इसके साथ ही पेड़ों पर नंबरिंग की गई है. पेड़ों के तने का व्यास नापा गया है और उनकी प्रजाति आदि लिखी जा रही है. वहीं पेड़ों की पूरी जानकारी सूचिबद्ध करके हाईकोर्ट में दी जाएगी. इसके बाद पेड़ों की कटाई रोकने के लिए केस किया जाएगा. इधर, महिलाओं और बच्चों ने इन पेड़ों से चिपककर विरोध भी जताया है.
एमओजी लाइंस में क्वार्टर तोड़ बनेंगी इमारतें
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट (Smart City Project) के तहत इंदौर के एमओजी लाइंस को पुन: डेवपल (MOG Lines Re-development) किया जा रहा है. इस इलाके से पुराने क्वार्टर मकान हटाए गए हैं और अब पेड़ काटकर जमीन लेवल की जा रही है. वहीं इस इलाके में गगनचुंबी इमारतें और एक नया बाजार बनाया जाएगा. बता दें कि यहां पांच हजार से अधिक प्राचीन पेड़ हैं.
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