Positive News: गांव में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Community Health Center) खुलना था, लेकिन सरकारी जमीन नहीं थी. जिसके चलते स्वास्थ्य केंद्र (Health Center) को दूसरे गांव ले जाने की कवायद शुरू हो गई थी. स्वास्थ्य विभाग (Health Department Madhya Pradesh) के इस कदम की की जानकारी जैसे ही पूर्व सैनिक को हुई, उन्होंने अपनी कई लाख रुपए कीमत की 50 डिसमिल जमीन स्वास्थ्य केंद्र के लिए दान कर दी. रीवा के कलेक्ट्रेट ऑफिस पहुंच कर पूर्व सैनिक ने कलेक्टर (Rewa Collector) प्रतिभा पाल के सामने जमीन की पेशकश की. कलेक्टर ने भी तत्काल सीएमएचओ (CMHO) और तहसीलदार को निर्देशित किया कि स्वास्थ्य केंद्र जल्द खोले. पूर्व सैनिक की इस सराहनीय पहल से अब उनके गांव में ही स्वास्थ्य केंद्र बनाया जाएगा. इससे हजारों लोग को लाभ होगा.
कहां का है मामला?
रीवा जिले के मनगवां विधानसभा के रामपुर गांव का ये मामला है. रामपुर गांव में आज दिवाली जैसा माहौल है. दरअसल रामपुर गांव में स्वास्थ्य विभाग अपना पीएचसी केंद्र खोलना चाहता था, लेकिन सरकारी जमीन नहीं थी, जिसके कारण प्रशासन ने तय किया कि पीएचसी सेंटर दूसरी जगह पर खुलेगा, इस बात की जानकारी जैसे ही पूर्व सैनिक श्रीकांत पटेल को हुई, उन्होंने अपनी 50 डिसमिल जमीन स्वास्थ्य केंद्र के लिए दान कर दी.
कलेक्टर प्रतिभा पाल ने तुरंत लिया एक्शन
गांव में स्वास्थ्य केंद्र नहीं है. गांव वाले चाहते थे कि स्वास्थ्य केंद्र खुल जाए, लेकिन सरकारी जमीन नहीं थी. रिटायर्ड पूर्व सैनिक श्रीकांत पटेल ने सड़क से लगी हुई 50 डिसमिल जमीन स्वास्थ्य केंद्र के लिए दान कर दी है. ऐसे में कलेक्टर प्रतिभा पाल द्वारा तहसीलदार और सीएमएचओ को तत्काल ही इस बात के लिए निर्देशित कर दिया गया है, वहां पर जल्द से जल्द जमीन की नाप कराकर, स्वास्थ्य केंद्र खोलने की तमाम औपचारिकता पूरी की जाए.
इससे कई गांव के लोगों को फायदा होगा. रामपुर और उसके आसपास के कई गांव के लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मिल जाएगी. अभी तक कोई व्यक्ति बीमार होता था, तो उसको अपने इलाज के लिए लगभग 15 से 20 किलोमीटर दूर जाना पड़ता था. अब गांव में ही यह सुविधा मिल जाएगी. जिसको लेकर गांव वालों सहित इलाके के तमाम लोग काफी प्रसन्न दिखाई दे रहे हैं.
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