MP News In Hindi : मध्यप्रदेश के सतना जिले में शनिवार को अमुआ बांध में नहाते समय तीन नाबालिग लड़कों की डूबने से मौत हो गई. पुलिस ने यह जानकारी दी.पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सतना जिला मुख्यालय से करीब 60 किलोमीटर दूर कंडेला गांव में अभिजीत रावत (आठ), अभि रावत (सात) और प्रिंस रावत (नौ) दोपहर में गहरे पानी में चले गए. उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने शोर मचाया जिसके बाद अन्य स्थानीय लोग वहां पहुंचे. इससे पहले नागौद क्षेत्र में तीन सगी नाबालिग बहने अवैध खनन के लिए खने गए गड्ढे में डूब गई थी. तीनों की मौत के बाद भी प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. बता दें, बीते दो सप्ताह में अब तक ऐसी घटना में कुल 6 बच्चों की मौत हो चुकी है.
हैरान करने वाली बात ये है कि ऐसी घटनाएं मऊगंज, सीधी और शिवपुरी जिले में भी घट चुकी हैं. लेकिन इन घटनाओं पर रोक के लिए कोई ठोस कदम उठते नहीं दिख रहे हैं. आए दिन कभी तालाब, नहर, बांध में नाबालिग बच्चों की मौतें डूबने से हो रही हैं. ये बेहद की चिंता करने वाली घटनाएं हैं. हालांकि, इन घटनाओं के बाद ग्रामीणों ने सरकार से मांग की थी कि ठोस कदम उठाए जाएं जिससे ऐसी घटनाओं पर रोक लग सके.
रीछुल गांव में तीन नाबालिग बहनों की पहले हो चुकी थी मौत
इससे पहले नागौद क्षेत्र के रीछुल गांव में तीन नाबालिग बहनों की मौत के बाद पूरे जिले में हड़कंप मचा गया था. यह घटना बीते 13 अप्रैल की थी. तीन बहनों की तालाब में डूबने से मौत हो गई थी. अवैध खनन करके गड्ढे को खुला छोड़ दिया गया था. ये गड्ढा तालाब के बगल में था. बरसात का पानी भरा था. तीन बहने आम तोड़ने के लिए आईं थी. फिर यहां एक के बाद एक तीनों की डूबने से मौत हो गई थी.
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जानें क्या बोले-धारकुंडी के थाना प्रभारी
वहीं, धारकुंडी के थाना प्रभारी शैलेंद्र पटेल ने बताया, ‘‘जब तक ग्रामीणों ने बच्चों को पानी से बाहर निकाला, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी.''मझगवां के उपमंडल दंडाधिकारी (एसडीएम) सुमेश द्विवेदी ने मृतकों के परिजनों को आर्थिक मदद दी.
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