MP News in Hindi : ICSE के बोर्ड पेपर के परीक्षा परिणाम सोमवार को घोषित हुए. ICSE बोर्ड के 10 वीं के परीक्षा परिणाम में इंदौर की मुबारका डॉक्टर अली हुसैन ने इंदौर में 97% अंक लेकर प्रथम स्थान प्राप्त किया है. मुबारका डॉक्टर अली हुसैन लॉरेंस इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा है. इंदौर IIM के मेडिकल सेंटर में साइकोलॉजिस्ट डॉक्टर अली हुसैन ने बताया कि मुबारका उनकी इकलौती बेटी है. मुबारका बायलोजी, हिस्ट्री, केमेस्ट्री में और फिजिकल एजुकेशन में 100 में से 100 मार्क्स लाई है. मुबारका शुरू से ही पढ़ाई में अच्छी है. वह हर साल स्कूल में टॉप करती है. क्लास 8 में भी मुबारका ने 96 % प्राप्त किए थे. वह पढ़ाई को लेकर वह खुद ही काफी सीरियस है. वह खुद ही किसी फंक्शन में जाना पसंद नहीं करती है. यही नहीं, आज तक उसने कोई मोबाइल इस्तेमाल नहीं किया है.
न TV का शौक और ना ही मोबाइल का
पिता ने बताया कि घर में यह भी अच्छी बात है कि कोई टीवी नहीं है. बेटी की वजह से हम टीवी नहीं देखते हैं. उन्होंने कहा कि मुझे और मेरी पत्नी को बुक-रीडिंग का शौक है. उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी तसनीम हुसैन डिजिटल मार्केटिंग का काम करती है. उन्होंने कहा कि एक ही अच्छी बात है कि वह रविवार को या छुट्टी के दिन कहीं घूमने जाने के बजाय वर्किंग डे में ही जब बाजार खुला होता है तब इंदौर के प्रसिद्ध राजवाड़ा के करीब खजूरी बाजार जाते हैं और अपनी बेटी के साथ रीडिंग बुक खरीद कर घर लाते हैं. आज परीक्षा का परिणाम आने के बाद मुबारका ने बताया कि वह आज भी बुक रीड कर रही है.
मुबारका को है इस चीज़ का शौक
इंदौर की मुबारका ने बताया कि वह NEET के प्रिपरेशन की तैयारी कर रही है..इसीलिए डेवलपमेंट्स और बायो की बुक्स ज्यादातर पढ़ती है. उन्होंने कहा कि मुझे बुक्स पढ़ने में भी खुशी मिलती है. मेरा एंटरटेनमेंट उसी में होता है. मैं काफी हैप्पी हूं. मेरी सफलता में मेरी मां और टीचर का साथ रहा है. पापा हमेशा मेरा हौसला बढ़ाते रहे है. यही वजह है कि मैं सफल हुई हूं मेरे पास मोबाइल का ना होना और घर में टीवी ना होना भी मेरी सफलता की एक वजह है, मैं नीट की तैयारी करूंगी मुझे भी डॉक्टर ही बनना है.
क्या बनना चाहती है मुबारका अली हुसैन
मुबारका ने कहा कि मैं एक Oncologist कैंसर सर्जन बनना चाहती हूं बहुत सारी ऐसी चीज जिससे कैंसर से बचा जा सकता है. माँ तसनीम ने बताया कि ये वहीं मुबारका है जिसे 3 साल की उम्र में पेंसिल पकड़ना सिखाया था. आज वह सफलता के रास्ते पर इतनी बड़ी हो गई है. उन्होंने तमाम अभिवावकों से कहा कि बच्चों को हमेशा हेल्प करते रहें और हमेशा उन्हें गाइड करते रहे. अगर उनका साथ आप देंगे तो ज़रूर आपके बच्चे कामयाब होंगे. अपने बच्चों के ऊपर प्रेशर बिल्कुल भी ना बनाएं उन्हें सपोर्ट करें तो वह हमेशा सफल होंगे. मुबारका का क्लास वन से अभी तक 90 प्लस परसेंटेज रहा है. इसीलिए हमें पूरा यकीन है कि वह अपने सपनों को सफल करेगी. उन्होंने बताया कि मुबारका ने कभी टीवी देखा ही नहीं. जब स्कूल का वर्क होता है तभी वह अपनी मम्मी का मोबाइल इस्तेमाल कर लेती है.