
Bhopal Rape Case Full Story: भोपाल में एक नेक्सस बनाकर छात्राओं के साथ गैंगरेप और ब्लैकमेलिंग केस ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है. वहीं, अब इस मामले में पुलिस पर गंभीर आरोप लग रहे हैं. खास बात ये है कि ये आरोप किसी और ने नहीं, बल्कि मानवाधिकार आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने लगाए हैं.
मानवाधिकार आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने बुधवार को पुलिस की कार्रवाई पर गंभीर सवाल उठाए. उन्होंने क्लब 90 पर हुई पुलिसिया कार्रवाई पर संदेह व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि स्टेट पुलिस से मानव अधिकारी आयोग की टीम यह पूछेगी, क्या क्लब 90 के 6 कमरों को तोड़ने के पहले फॉरेंसिक साक्ष्य लिए गए थे? उन्होंने आगे कहा कि 6 कमरों को बिना फॉरेंसिक साक्ष्य लिए तोड़ा गया है, तो यह भी अपने आप में नए जांच का विषय है, क्योंकि इससे संदेह गहराता है, क्या किसी को बचाने की कोशिश हो रही है?
प्रियंक कानूनगो ने ये भी किया दावा
प्रियंक कानूनगो ने कहा कि इस पूरे मामले में शारिक मछली का नाम सामने आ रहा है. शारिक मछली के दबाव में इन लड़कों की आपराधिक प्रवृत्तियां पोषित की गई. इस मौके पर उन्होंने एक अजीब दावा ये भी किया कि अपराधी लड़कों के घर की महिलाएं भी इसमें शामिल हैं, जो हमारी जांच में है.

शारिक मछली.
Photo Credit: Ajay Sharma
मनी लॉन्ड्रिंग का भी जताया शक
उन्होंने कहा कि इस मामले से संबंधित ड्राइवर का लड़का खुद बता रहा है कि उसका बाप पेट्रोल चुराता था. इसके आगे उन्होंने कहा कि ड्राइवर का लड़का हर साल लाखों की गाड़ी कैसे खरीद रहा था. इसमें मनी लॉन्ड्रिंग की संभावनाओं पर भी जांच होनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि अपराध में प्रयोग की गई गाड़ियों को जब्त करना चाहिए, क्योंकि यह सुनियोजित तरीके के अपराध है. इस अपराध को अंजाम देने के लिए फंडिंग का मामला सामने आ रहा है.
यह भी पढ़ें- MP Weather Update: मध्य प्रदेश को लेकर मौसम विभाग ने जारी किया बड़ा अलर्ट, आज एक साथ इतने जिलों में होगी झमाझम बारिश