ढह गई विरासत! दतिया में 400 साल पुरानी दीवार गिरी, 9 दबे, दो को बचाया गया

Datia Wall Collapsed: दतिया में मौजूद यह ऐतिहासिक विरासत 400 साल पुरानी दीवार है, जिसे शहर पन्हा के नाम से जाना जाता है. इसमें खिड़कियां दरवाजे सहित प्राचीन महत्व की नक्काशी मौजूद थी. इस ऐतिहासिक दीवार को तात्कालिक राजा इंद्रजीत ने 1629 में बनवाया था.

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Datia News: दतिया शहर में मौजूद पुरानी विरासत (Heritage Wall) की एक अति प्राचीन 400 साल पुरानी पन्हा दीवाल गुरुवार तड़के अचानक (Heritage Wall Collapsed) भर-भरा कर नीचे गिर गई. इस हादसे में नौ लोग दब गए, जिनमें से 7 लोगों की मौत (Death) हो गई जबकि दो लोगों को जिंदा मलबे से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. राहत और बचाव कार्य (Rescue Operation) करीब 4 घंटे तक चला. मुख्यमंत्री मोहन यादन ने हादसे पर दुख जताया है और सभी मृतकों के परिजनों के लिए 4-4 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है. वरिष्ठ बीजेपी नेता नरोत्तम मिश्रा ने भी हादसे को लेकर दुख जताया है.इससे पहले संकरा रास्ता होने की वजह से रावत और बचाव कार्य में काफी परेशानी आई. पोकलेने और जेसीबी ((JCB)) मशीन को मौके पर पहुंचने में परेशानी हुई थी. 

कब हुआ हादसा?

यह हादसा गुरुवार तड़के तीन और चार बजे के बीच होना बताया गया है. लोग जब गहरी नींद में सोए हुए थे, तब अचानक एक तेज आवाज के साथ पुराने महत्व की प्राचीन दीवार गिर गई, जिसकी चपेट में आकर कई लोग दब गए. पूरे इलाके में  चीख पुकार मच गई. स्थानीय लोगों ने जैसे-तैसे मलबे से दो लोगों को जिंदा निकाला है.

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क्या महत्व है शहर पन्हा दीवार का?

दतिया में मौजूद यह ऐतिहासिक विरासत 400 साल पुरानी दीवार है, जिसे शहर पन्हा के नाम से जाना जाता है. इसमें खिड़कियां दरवाजे सहित प्राचीन महत्व की नक्काशी मौजूद थी. इस ऐतिहासिक दीवार को तात्कालिक राजा इंद्रजीत ने 1629 में बनवाया था. बताया जाता है कि दतिया छोटी रियासत होने के चलते असुरक्षित थी तब राजा ने अपने परिवार और प्रजा की सुरक्षा के लिए इस दीवार को बनवाया था. इस दौरान दीवार को हटाकर रिंग रोड बनाने का काम भी किया जा रहा था. यही वजह है कि यह हादसा सामने आया है.

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राहत बचाव कार्य में दिक्कत के चलते तोड़ी जा रही है बाउंड्री

जहां यह हादसा हुआ है वहां खेती थोड़े और स्थानीय संसाधनों के साथ ही मलवा हटाने की कोशिश की गईय. बड़ी मशीन इस जगह नहीं पहुंच पा रही था जिसकी वजह है कि राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के लिए मशीनों को उतारने की कोशिश में बाउंड्री बाल जो वहां पास ही में मौजूद है उसे तोड़ा गया. हादसे पर मुख्यमंत्री मोहन यादव और वरिष्ठ बीजेपी नेता नरोत्तम मिश्रा ने भी दुख जताया है. 

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