NABH Accreditation Hamidia Hospital Bhopal: मध्य प्रदेश के हमीदिया हॉस्पिटल भोपाल और महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज इंदौर ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है. सबसे अधिक बेड संख्या में 5 वर्ष की एनएबीएच मान्यता प्राप्त कर हमीदिया चिकित्सालय ने कीर्तिमान रचा है. हमीदिया चिकित्सालय की यह मान्यता प्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों का परिणाम है. वहीं एमजीएम इन्दौर को मध्य भारत का पहला एंडोजेनस ब्लड इरेडिएटर प्राप्त हुआ है. इससे बोन मैरो ट्रांसप्लांट में सहायता मिलेगी. इस उपलब्धि पर मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने बधाई दी है.
अत्यंत गर्व और हर्ष का क्षण
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) August 22, 2024
भोपाल के हमीदिया चिकित्सालय को NABH द्वारा 5 वर्षों की पूर्णकालिक मान्यता (2024-2028) के साथ 1820 बिस्तरों वाला भारत का पहला शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय बनने का गौरव प्राप्त हुआ है।
यह हमीदिया अस्पताल की उत्कृष्ट सेवाओं और उच्चतम मानकों का प्रमाण है।… pic.twitter.com/qJi5keWDje
अत्यंत गर्व और हर्ष का क्षण : CM मोहन यादव
सीएम ने कहा भोपाल के हमीदिया चिकित्सालय को NABH द्वारा 5 वर्षों की पूर्णकालिक मान्यता (2024-2028) के साथ 1820 बिस्तरों वाला भारत का पहला शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय बनने का गौरव प्राप्त हुआ है. यह हमीदिया अस्पताल की उत्कृष्ट सेवाओं और उच्चतम मानकों का प्रमाण है. इस शानदार उपलब्धि के लिए विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को हार्दिक बधाई.
हम प्रदेश की जनता की सेवा में तत्पर हैं: डिप्टी CM
उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा माननीय मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हमारा मध्यप्रदेश स्वास्थ्य के क्षेत्र में नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है. हमीदिया अस्पताल के सभी चिकित्सकों व स्टाफ को एनएबीएच मान्यता प्राप्त होने पर बधाई, आपके सहयोग से हम प्रदेश की जनता की सेवा में तत्पर हैं.
माननीय मुख्यमंत्री @DrMohanYadav51 जी के नेतृत्व में हमारा मध्यप्रदेश स्वास्थ्य के क्षेत्र में नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।
— Rajendra Shukla (@rshuklabjp) August 22, 2024
हमीदिया अस्पताल के सभी चिकित्सकों व स्टाफ को एनएबीएच मान्यता प्राप्त होने पर बधाई, आपके सहयोग से हम प्रदेश की जनता की सेवा में तत्पर हैं। https://t.co/3x4l1LkLDw
MGM में एंडोजेनस ब्लड इरेडिएटर: स्वास्थ्य क्षेत्र में एक बड़ा मील का पत्थर
महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज इंदौर को बीएआरसी (भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र) द्वारा निर्मित 50 लाख रुपये की लागत वाला एंडोजेनस ब्लड इरेडिएटर प्राप्त हुआ है. इसमें कोबाल्ट-60 स्रोत का उपयोग किया गया है. यह उपकरण मध्य भारत में अपनी तरह का पहला है और अब तक किसी भी निजी अस्पताल में भी यह अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध नहीं है.
उपकरण की कमीशनिंग और स्रोत स्थापना का कार्य प्रगति पर है. यह उपकरण प्रदेश के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक बड़ा मील का पत्थर साबित होगा और चिकित्सा सुविधाओं को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
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