Gwalior Kidnapping Case: सही कहा गया है, जरूरत के समय में पड़ोसी ही काम आते हैं... मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर (Gwalior) में तीन साल की एक अबोध बच्ची को टॉफी दिलाने के बहाने अपहरण कर लिया गया. बच्ची के पड़ौसी की सतर्कता (Neighbour vigilance) और पुलिस (Gwalior Police) की तत्परता से आरोपी पकड़ा गया और बड़ी घटना टल गई. आरोपी पकड़े जाने के बाद अपना नाम और गलत जानकारियां देकर पुलिस को बरगलाता रहा. एसपी ने पड़ौसी और पुलिस टीम को पुरस्कृत करने की बात कही है. आइए आपको पूरा मामला विस्तार से बताते हैं.
अचानक लापता हो गई थी टैक्सी ड्राइवर की बच्ची
घटना ग्वालियर के सबसे बड़े व्यावसायिक क्षेत्र लोहिया बाजार में देर रात की है. बताया गया कि लोहिया बाजार में पीपल वाली गली थोराट की गोठ में रहने वाले टैक्सी ऑपरेटर की तीन साल की बच्ची रात को दरवाजे पर खेलते-खेलते अचानक लापता हो गई. जब उसकी खोजबीन शुरू हुई, तो बच्ची के घर के पड़ोस की दुकान पर बैठे कल्लू ने बताया कि उसने बच्ची को थोड़ी देर पहले पास में ही स्थित किराने की दुकान पर देखा था. कल्लू को संदेह भी हुआ था, तो उसने पूछताछ भी की थी. युवक बच्ची को किराना दुकान से टॉफी दिला रहा था. इस पर कल्लू ने उसे टोका तो युवक ने बच्ची को टॉफी दिलाकर घर छोड़ने की बात कही थी. उसके बाद युवक बच्ची को उसके घर की तरफ ले जाते हुए भी दिखा.
दुकानदार कल्लू ने की मदद
जब बच्ची की तलाश शुरू हुई, तो कल्लू ने युवक का हुलिया बताया. इसके बाद घटना की सूचना पुलिस को भी दी. सूचना मिलने पर एएसआई वेदराम मौके पर पहुंचे और कल्लू को साथ लेकर युवक आरोपी की तलाश में जुट गए. सूचना जब अफसरों तक पहुंची, तो हड़कंप मच गया. एडिशनल एसपी और थाना प्रभारी के नेतृत्व में दो और टीमों ने सर्चिंग शुरू की. कल्लू और वेदराम की टीम ने आरोपी को बच्ची को ले जाते अस्पताल रोड पर अंधेरे में दबोच लिया. पुलिस के अनुसार पकड़े जाने के बाद आरोपी अपने बारे में पुलिस को गलत जानकारियां देकर बरगलाता रहा.
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पुलिस को गुमराह कर रहा था आरोपी
पुलिस ने जब आरोपी युवक को पकड़ा, तो उसने अपने बारे में गलत जानकारी दी. उसने अपना नाम राधे खान, पुत्र ओमी खान बताया. लेकिन बाद में पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ की तो वह टूट गया. उसने अपना असल नाम राधे उर्फ सचिन बताया. आरोपी पल्लेदारी का काम करता है. घटना की सूचना मिलने पर देर रात ही एसपी धर्मवीर सिंह कोतवाली थाना पहुंचे. उन्होंने कल्लू को शाबाशी दी. एसपी ने कल्लू और वेदराम की टीम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करने की भी घोषणा की.
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