विज्ञापन
Story ProgressBack
This Article is From Aug 17, 2023

ग्वालियर: सॉफ्टवेयर इंजीनियर की जर्मनी में मौत, पिता विदेश मंत्रालय से लगा रहे गुहार

ग्वालियर के रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर प्रणीत राठौर की जर्मनी के म्यूनिख मे मौत हो गई. 14 अगस्त को हुई मौत के बाद से ही परिवार ग्वालियर में शव मंगवाने के लिए इंतजार में हैं. इस दौरान मृतक के पिता पीएमओ ऑफिस से लेकर विदेश मंत्रालय तक गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अब तक कहीं से कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला.

Read Time: 4 min
ग्वालियर: सॉफ्टवेयर इंजीनियर की जर्मनी में मौत, पिता विदेश मंत्रालय से लगा रहे गुहार
ग्वालियर:

मध्य प्रदेश के ग्वालियर के रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर प्रणीत राठौर की जर्मनी के म्यूनिख मे मौत हो गई. 14 अगस्त को हुई मौत के बाद से परिवार मध्य प्रदेश के ग्वालियर में शव के इंतजार में हैं. बेटे का शव भेजने के लिए प्रणीत की कंपनी का प्रशासन व स्थानीय अधिकारी मदद नहीं कर रहे हैं. वहीं शव को भारत मंगवाने के लिए 2 केंद्रीय मंत्री से लेकर प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान तक से गुहार लगा चुके हैं. इतना ही नहीं बेटे का शव मंगवाने के लिए विदेश मंत्रालय को भी ट्वीट कर चुके है, लेकिन अब तक कहीं से कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला.

दरअसल, ग्वालियर के ललितपुर कॉलोनी के निवासी बाबू सिंह राठौर का बेटा प्रणीत राठौर प्राइवेट कंपनी इएसएसटीटीआई में जॉब करता था. वहीं तीन साल पहले वह जर्मनी के म्यूनिख शहर में पोस्टेड हुआ, तभी से वहां कार्यरत थे.

bcbslt9o

पत्नी और बेटे के साथ म्यूनिख में रहता था प्रणीत

मर्चरी में रखा है शव 

मृतक प्रणीत राठौर का पिता बाबू सिंह ने एनडीटीवी को बताया कि बीते 13 अगस्त की रात वह जॉब से घर लौटा और डिनर करने के बाद सो गया. सुबह जब वह नहीं जागा तो उसकी पत्नी ने जगाया, लेकिन प्रणीत उठ नहीं सका. जब डॉक्टर को दिखाया तो पता चला कि प्रणीत की मौत हो चुकी है. इसके बाद वहां अस्पताल वालों ने उसके शव को मर्चरी में रखवा दिया तब से वह वहीं रखा हुआ है. 

मृतक प्रणित के पिता बाबू सिंह राठौर ने आगे बताया कि पिछले 4 दिनों से उन्होंने अपने बेटे के शव को गृह नगर ग्वालियर लाने के लिए हर संभव प्रयास किया है.

पीएमओ ऑफिस से लेकर विदेश मंत्रालय तक... लगा चुके गुहार

बाबू सिंह राठौर की बहू नीलम राठौर और 7 वर्षीय बच्चा भी म्यूनिख शहर में ही हैं जो कि अब पूरी तरह से अकेले पड़ चुके हैं. हालांकि वो इस संबंध में पीएमओ ऑफिस, विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री और प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान को भी ट्वीट कर मदद मांगी है और पत्र भी लिखे हैं, लेकिन अभी तक उन्हें कोई मदद नहीं मिल पाई है. 

5hd4lqvo

विदेश मंत्रालय तक लगा चुके गुहार

रीति-रिवाज के साथ अपने बेटे का अंतिम संस्कार करना चाहते हैं पिता

राठौर का कहना है कि जवान बेटे के जाने के बाद पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट चुका है. सब चाहते हैं कि उसके अंतिम दर्शन कर उसे अंतिम विदाई दें, लेकिन अंतिम संस्कार में हो रही देरी के कारण पूरा परिवार परेशान है और दुःखी है. जिसके कारण उन्होंने एक निजी एजेंसी की भी मदद ली है, जिससे बेटे की मृत देह को जल्द से जल्द अपने गृह नगर लाकर पूरे रीति-रिवाज से उसका अंतिम संस्कार किया जा सके. उससे दस हजार में बात भी हो गई थी, लेकिन बाद में उसने भी मना कर दिया. बाबू सिंह ने गुहार लगाते हुए कहा कि सरकार उनके बेटे का शव भारत लाने में मानवीय रूप दिखाते हुए मदद करें.

MPCG.NDTV.in पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार,लाइफ़स्टाइल टिप्स हों,या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें,सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
NDTV Madhya Pradesh Chhattisgarh
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Our Offerings: NDTV
  • मध्य प्रदेश
  • राजस्थान
  • इंडिया
  • मराठी
  • 24X7
Choose Your Destination
Close