Gwalior News : ग्वालियर के गांधी नगर में 09 अक्टूबर को सरेआम बन्हेरी सरपंच को गोलियों से भून दिया गया था. इसी हत्याकांड के इनामी आरोपी पुष्पेंद्र सिंह को मंगलवार की शाम ग्वालियर पुलिस ने दबोच लिया. पुलिस ने एक शॉर्ट एनकाउंटर के बाद शूटर को घायल अवस्था में गिरफ्तार किया है. मुठभेड़ में आरोपी को दो गोलियां लगीं है. जिसके बाद उसे ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है. इस बहुचर्चित हत्याकांड के चार आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं. दरअसल, 5 हमलावरों ने सरपंच विक्रम को आठ गोलियां मारी थी जिसमें सरपंच की मौके पर ही मौत हो गई जबकि बदमाश हथियार लहराते हुए भाग निकले थे.
पुलिस को मिली थी गुप्त सूचना
इस हत्याकांड में मुख्य आरोपी पुष्पेंद्र के पनिहार में छिपे होने की खबर मिली थी. इसी कड़ी में ग्वालियर SP ने घेराबंदी के लिए पुलिस दस्ता भेजा था. पुलिस ने बताया कि टीम ने आरोपी को सर्विलान्स पर लिया हुआ था. इसके बाद पुलिस की एक टीम भेजकर पनिहार इलाके में सर्चिंग शुरू की गई. पुलिस ने मुखबिर की बताई गई जगह पर घेराबंदी की. पुलिस की भनक लगते ही आरोपी ने 4 से 5 राउंड फायर किए. जिसके बाद आत्मरक्षा में पुलिस ने भी फायर किया. इस मुठभेड़ में आरोपी को पुलिस की एक गोली लगी है. घायल अवस्था में पुलिस की टीम ने आरोपी पर काबू पा लिया.
हत्याकांड का पांचवा आरोपी हुआ गिरफ्तार
घटना के बाद आरोपी को इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है. आरोपी के पास से एक पिस्टल भी बरामद की गई. बताया जा रहा है कि इसी से उसने सरपंच की भी हत्या की थी. मालूम हो कि इस सनसनीखेज हत्याकांड में पांच आरोपी नामजद किए गए थे. इनकी गिरफ्तारी पर इनाम का भी ऐलान किया गया था. इनमें से चार आरोपियों को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था लेकिन शूटर पुष्पेंद्र अब तक फरार चल रहा था. जिसे पुलिस ने मंगलवार देर रात को गिरफ्तार कर लिया है.
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ग्वालियर में ऐसे की गई थी विक्रम की हत्या
बन्हेरी के सरपंच विक्रम रावत की हत्या सोमवार, 09 अक्टूबर को ग्वालियर के पड़ाव थाना इलाके में स्थित पॉश कांति नगर में उस समय कर दी गई थी जब वो अपनी गाड़ी से एडवोकेट के घर उससे मिलने आया था. दरअसल, विक्रम जैसे ही अपनी गाड़ी से उतरे थे वैसे ही एक्टिवा में सवार होकर पहुंचे 5 हमलावरों ने उस पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी थीं. हमलावारों ने सरपंच को आठ गोलियां मारी. जिसमें से एक रीढ़ की हड्डी में, दो लिवर में, एक लंग्स में और चार सिर में लगी. गोली लगने के बाद विक्रम की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बदमाश हथियार लहराते हुए मौके से भाग निकले.
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