MP में बदलेगी किसानों की तस्वीर! गोपाल सम्मेलन में सरकार करेगी NDDB से करार, CM मोहन यादव ने क्या कहा? जानिए

MP Milk Federation: मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल ने पहले ही समझौते को मंजूरी दे दी है, जो शुरुआती पांच साल की अवधि के लिए निर्धारित है, जिसे आपसी सहमति से बढ़ाया जा सकता है. यह समझौता पांच साल के लिए होगा, जिसे आपसी सहमति से बढ़ाया जा सकता है. प्रदेश का दुग्ध उत्पादन में देश में तीसरा स्थान है. सहकारी समितियों को कव्हरेज बढ़ाकर दुग्ध उत्पादकों को सहकारी डेयरी कार्यक्रम का पूरा-पूरा लाभ दिलवाया जाएगा. सांची ब्रांड को नई पहचान दिलाने का भी यह ठोस प्रयास है.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
MP Milk Federation and NDDB MoU: MP बनेगा देश का डेयरी कैपिटल! NDDB का मिला साथ

Gopal Sammelan in Bhopal:  13 अप्रैल को मध्य प्रदेया कीे राजधानी भोपाल में राज्य स्तरीय सहकारी दुग्ध उत्पादकों का 'गोपाल सम्मेलन' आयोजन मध्य प्रदेश सरकार करेगी. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने सोमवार को इस कार्यक्रम की समीक्षा बैठक करते हुए यह जानकारी दी. सीएम ने कहा कि इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के भी शामिल होने की संभावना है. मुख्यमंत्री ने कहा, "कार्यक्रम के दौरान एमपी स्टेट को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड, संबद्ध दुग्ध संघों और राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) के बीच सहयोग समझौते पर भी हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है."

Advertisement

किसानों का जीवन बदल जाएगा : सीएम मोहन यादव

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने दुग्ध संघों, राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) और एमपी राज्य सहकारी डेयरी फेडरेशन (एमपीसीडीएफ) के बीच सहयोग समझौते के माध्यम से किसानों और पशुपालकों के जीवन को बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है.

Advertisement
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में अत्याधुनिक संयंत्र भी स्थापित होंगे. जहां दुग्ध संघों के संयंत्र पुराने हो गए हैं वहां नए अत्याधुनिक संयंत्र स्थापित किए जाएंगे. प्र-संस्करण क्षमता 18 लाख लीटर प्रतिदिन से 30 लाख लीटर प्रतिदिन की जाएगी. दुग्ध उत्पादन में वृद्धि से दुग्ध उत्पादक संस्थाएं भी सुदृढ़ होंगी. किसानों को किसानी के अलावा आमदनी का नया महत्वपूर्ण स्रोत उपलब्ध होगा, जो प्रदेश की प्रगति में भी सहायक होगा.
Advertisement

सीएम यादव ने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि किसानों और पशुपालकों से सीधे उचित मूल्य पर दूध खरीदा जाए. श्वेत क्रांति मिशन के तहत प्रत्येक जिले में सांची डेयरी के सहयोग से दूध कूलर, मिनी डेयरी प्लांट और चिलिंग सेंटर की संख्या बढ़ाई जाएगी.

नई डेयरी समितियां बनेगी 

सीएम ने कहा कि राज्य सरकार ने अधिकांश गांवों में नई डेयरी सहकारी समितियां स्थापित करने की योजना बनाई है, जिससे दूध उत्पादक किसानों को सहकारी डेयरी कार्यक्रम से जोड़ा जा सके. मध्य प्रदेश वर्तमान में दूध उत्पादन में देश में तीसरे स्थान पर है. सहकारी समितियों का दायरा बढ़ाया जाएगा, ताकि दूध उत्पादकों को सहकारी डेयरी कार्यक्रम का पूरा लाभ मिल सके.

KKR vs LSG: पूरन से पंत तक कौन होगा फायदेमंद? कोलकाता vs लखनऊ की जंग में क्या कहते हैं आंकड़े, सबकुछ जानिए यहां

मुख्यमंत्री ने कहा कि शुरू में सहयोग समझौते पर 25 फरवरी को ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट (GIS 2025) के समापन दिवस पर हस्ताक्षर होने थे, लेकिन इसे रोक दिया गया.

PBKS vs CSK: अर्श से लेकर नूर तक कौन बनेगा किंग? पंजाब vs चेन्नई की भिड़ंत को लेकर क्या कहते हैं आंकड़े, जानिए सबकुछ यहां

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि किसानों को दुग्ध उतपादन के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा. मध्यप्रदेश सरकार संकल्पित है कि किसानों और पशुपालकों से दूध की खरीद सुनिश्चित हो और उन्हें दूध की सही कीमत प्राप्त हो. श्वेत क्रांति मिशन के अंतर्गत प्रत्येक जिले में सांची डेयरी के साथ मिल्क कूलर, मिनी डेयरी प्लांट, चिलिंग सेंटर की संख्या बढ़ाकर और दुग्ध संघों की प्रोसेसिंग क्षमता का विस्तार कर किसानों की आय में वृद्धि का कार्य किया जाएगा. प्रदेश में अधिकतर ग्रामों में दुग्ध सहकारी समितियों की स्थापना कर दुग्ध उत्पादक किसानों को सहकारी डेयरी कार्यक्रम से जोड़ने का कार्य होगा.

यह भी पढ़ें : MP बनेगा देश का डेयरी कैपिटल! NDDB का मिला साथ, CM मोहन यादव ने कहा-सांची ब्रांड बन जएगा और मजबूत

यह भी पढ़ें : 5 साल का करार! MP को मिला NDDB का साथ, 'शाह-मोहन' की मौजूदगी में 25 को होगा समझौता, संवरेगा सांची ब्रांड