Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (Satpura Tiger Reserve) से बड़ी खुशखबरी की खबर सामने आई है. सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के चूरना जोन में लैला बाघिन ने शावक को जन्म दिया है. सतपुडा टाइगर रिजर्व चुरना रेंज के एसडीओ विनोद वर्मा ने बताया कि 2 दिन पहले लैला बाघिन ने मल्लूपुरा जोन में एक शावक को जन्म दिया है.
चूरना जोन में 2018 में लाई गई थी
चूरना जोन में 2018 में एक अनाथ बाघिन को लाकर बाड़े में लगभग 1-2 साल रखा गया था. यहां उसने शिकार करने और जंगल में रहने के गुर सीखे. उसके बाद उसे कॉलरिंग करके 2019 में जंगल में छोड़ दिया गया था.सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में उसने स्वयं को प्राकृतिक माहौल में ढाल लिया था. इस बाघिन का नाम पर्यटकों ने 'लैला' रख दिया और वो लैला नाम से विख्यात हो गई. साल 2021 में लैला ने 3 शावकों को जन्म दिया था जो कि अब पूरी तरह वयस्क होकर अपनी टेरिटरी बना चुके हैं.
2021 और 2023 में तीन-तीन शावकों को जन्म
इसके बाद लैला ने साल 2023 में भी 3 शावकों को जन्म दिया था. अब लैला की उम्र लगभग 12 की हो चुकी है और वह पर्यटकों को मल्लुपुरा जोन में अक्सर दिखाई देती रहती है. सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के प्रयासों से बाघिन के 6 शावक और उसके शावकों के भी शावकों का आगमन सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में हो रहा है. यानी वो दादी-नानी भी बन चुकी है. आने वाले समय में 'लैला' बाघिन की पीढ़ी सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में सफलतापूर्वक अपने आप को स्थापित करके बाघों की संख्या में और वृद्धि करेगी. एसडीओ वर्मा ने बताया कि संभव है कि लैला ने इस बार और शावकों को जन्म दिया हो लेकिन उनके दिखाई देने के बाद ही सही संख्या का पता लग सकेगा.
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