
Restoration of Cheetahs in Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के मंदसौर (Mandsaur) में स्थित गांधी सागर अभ्यारण्य (Gandhi Sagar Sanctuary) चीतों का नया ठिकाना (New Home of Cheetah) बनने जा रहा है. इसके लिए प्रक्रिया तेज कर दी गई है. बता दें कि बीते वर्ष मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में चीतों के सफल पुनर्स्थापन (Successful Restoration of Cheetahs) के बाद से गांधी सागर अभ्यारण्य को चीतों के दूसरे घर के रूप में तैयार किया जा रहा है. इसके लिए तैयारी अंतिम चरणों में है. इस अभ्यारण्य में चीतों के लिए करीब 64 वर्ग किमी का बाड़ा बनाया गया है. इसके साथ ही चीतों के लिए हिरण और चीतल भी लाए जा रहे हैं.
चीतल और हिरण की पहली खेप में कान्हा नेशनल पार्क से मंगलवार को 23 चीतल और हिरण लाए गए हैं. जिन्हें सफलतापूर्वक स्वस्थ अवस्था में 90 हेक्टेयर में फैले वन्य जीवों के शाकाहारी बाड़े में छोड़ दिया गया है. यह कार्य वन्य प्राणी पशु चिकित्सक की निगरानी में किया जा रहा है.
लाए जाएंगे 1400 चीतल-हिरण
बता दें कि गांधी सागर अभ्यारण्य में चीतों के लिए तकरीबन 1400 चीतल और हिरण लाए जा रहे हैं. इसी कड़ी में मंगलवार को 23 चीतल-हिरण अभ्यारण्य के शाकाहारी जीवों के बाड़े में छोड़े गए हैं. ये चीतल-हिरण कान्हा नेशनल पार्क से लाए गए हैं. माना जा रहा है कि अगले माह गांधी सागर अभ्यारण्य चीतों का दूसरा ठिकाना बन जाएगा. फरवरी अंत तक या मार्च महीने में पूरी तैयारियों के बाद चीतों को यहां लाने का कार्य प्रस्तावित है.
इन जगह से आएंगे हिरण और चीतल
गांधी सागर अभ्यारण्य के एसडीओ राजेश मंडवालिया ने बताया कि चीतों के भोजन के लिए लगभग 1400 चीतल-हिरन यहां लाए जाएंगे. पहली खेप में कान्हा नेशनल पार्क से चीतल और हिरण लाए गए हैं. उन्होंने बताया कि कान्हा नेशनल पार्क से 500 चीतल-हिरन लाए जाएंगे. जबकि भोपाल वन विहार से 250, राजगढ़-नरसिंहगढ़ अभ्यारण्य से 250 और शाजापुर से 400 कृष्ण मृग लाए जाएंगे.
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