Gaj Lakshmi Temple, Ujjain: मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित गज लक्ष्मी मंदिर में दिवाली 2025 की धूम है. दीपोत्सव पर पूजा का विशेष महत्व माना जाता है. यही वजह है कि धन तेरस पर मंदिर को 40 लाख के नोटों से सजाया गया है. वहीं, आज धनतेरस पर सुबह से ही श्रद्धालुओं का भी तांता लगा हुआ है. दीपावली पर माताजी का 2100 लीटर दूध से अभिषेक कर मुख्य पूजा होगी.
उज्जैन के नई पेठ स्थित प्रसिद्ध गजलक्ष्मी मंदिर में दीपावली पर्व के पांच दिनों में पूजा का विशेष महत्व माना जाता है. इस दौरान गजलक्ष्मी मंदिर को सजाया भी जाता है. खासकर धन तेरस पर. इसलिए शनिवार को मंदिर में आकर्षक लाइट लगाने के साथ 40 लाख के 100, 200 और 500 के नोटों की लड़ियां बनाकर मंदिर को सजाया गया. वहीं, तड़के से ही बड़ी संख्या में दर्शनार्थी पहुंचना शूरू हो गए. नोटो से सजावट के कारण सुरक्षा के लिए 6 सीसीटीवी कैमरे ओर सिक्योरिटी गार्ड तैनात किए है.
सम्राट विक्रमादित्य ने की थी स्थापना
माना जाता हैं कि उज्जैन का गज लक्ष्मी मंदिर दुनिया में यह एक मात्र मंदिर है, जहां लक्ष्मी जी सफेद हाथी पर विराजित हैं और विष्णुजी की दशावतार में काले पाषाण पर निर्मित अद्भुत प्रतिमा भी है. मान्यता है कि करीब दो हजार साल पहले सम्राट विक्रमादित्य अपने राज्य में सुख समृद्धि के लिए की उज्जैन में गज लक्ष्मी की स्थापना कर राजलक्ष्मी के रूप में पूजते थे. यही वजह हैं कि आज भी देश के साथ विदेशों से भी दीपावली पर व्यवसाई पूजा के लिए अपने बही खाते गजलक्ष्मी मंदिर उज्जैन भेजते हैं.
2100 लीटर दूध से अभिषेक
गज लक्ष्मी मंदिर उज्जैन के पुजारी अनिमेष शर्मा ने बताया कि माता जी की महिमा को देखते हुए दीपावली पर्व पर पिछले तीन साल से व्यापारी मंदिर को नोटों से सजाने लगे हैं. इस बार श्रद्धालु करीब 40 लाख रुपए के नोटों से सजाया है. सोमवार को दीपावली पर मां गज लक्ष्मी माता की अभिजीत मुहूर्त में आरती होगी. माता का श्रृंगार के बाद शाम तक महा नैवेद्य लगाकर सुबह से 2100 लीटर दूध से अभिषेक किया जाएगा, जो प्रसाद के रूप में वितरित किया जाएगा.
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