Jabalpur Extinct Species OWLS Found: जबलपुर के मदन महल स्थित जीवन बीमा निगम (LIC) ऑफिस में शुक्रवार को एक बड़ा पक्षी घोंसला गिरने की घटना सामने आई. घोंसले से चार बड़े-बड़े उल्लू के बच्चे बाहर निकल आए, जिन्हें देखकर ऑफिस के कर्मचारी हैरान रह गए. घटना की सूचना पशु पक्षी प्रेमी नीरज पासी को दी गई.
नीरज पासी ने मौके पर पहुंचकर देखा कि ये सभी उल्लू के बच्चे दिखने में बेहद आकर्षक हैं, लेकिन आकार में बड़े होने के बावजूद अभी उड़ने में असमर्थ हैं. उन्होंने तत्काल इन्हें सुरक्षित रूप से पकड़ा और जबलपुर के वन विभाग कार्यालय पहुंचाया. ये उल्लू Barn Owl प्रजाति के हैं. हालांकि, इन्हें विलुप्त प्रजाति में नहीं रखा गया है, लेकिन यह पक्षी पालतू नहीं होते और मुख्य रूप से जंगलों में ही पाए जाते हैं.
नीरज पासी ने कहा कि इन उल्लुओं को जंगल में छोड़ना ही उचित है. विशेषज्ञों के परामर्श पर इन्हें शाम को पास के जंगल में छोड़ने का निर्णय लिया गया.
उल्लू की खासियत
विशेषज्ञों के अनुसार, उल्लू अपनी समझदारी और तेजस्वी दृष्टि के लिए जाना जाता है. इनका पूर्ण रूप से विकसित होना इन्हें करीब 2 फीट ऊंचा बना देता है. ग्रामीण इलाकों में उल्लू को शुभ-अशुभ मान्यता से जोड़ा जाता है, जबकि हिंदू धर्म में देवी लक्ष्मी के वाहन के रूप में इसे पूजनीय भी माना जाता है.
वन्य प्राणी संरक्षण पर जोर
इस घटना ने पक्षियों और वन्य जीवों के प्रति जागरूकता बढ़ाने की जरूरत को रेखांकित किया. हाल ही में, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व और अन्य क्षेत्रों में भी विलुप्त या दुर्लभ प्रजातियों के पक्षियों और जानवरों के देखे जाने की खबरें सामने आई हैं, जो वन्यजीव संरक्षण के लिए सकारात्मक संकेत हैं.