उज्जैन में पूर्व पार्षद की गोली मारकर हत्या, पत्नी और दो बेटों को साथ ले गई पुलिस

Ujjain News : शुरुआती जांच से पता चला है कि यह हत्या परिवार में जमीनी विवाद के कारण हुई है. खान की पत्नी नीलोफर और उनके दो बेटे दानिश और आसिफ पिछले कुछ सालों से अलग रह रहे हैं.

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उज्जैन में पूर्व पार्षद की गोली मारकर हत्या, पत्नी और दो बेटों को साथ ले गई पुलिस

Ujjain Parshad Murder : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन (Ujjain) जिले में शुक्रवार को एक कांग्रेस नेता और पूर्व पार्षद की उनके आवास पर गोली मारकर हत्या कर दी गई. मृतक की पहचान हाजी कलीम खान उर्फ ​​​​गुड्डू (60) के रूप में हुई है. मिली जानकारी के मुताबिक, हाजी कलीम खान की नीलगंगा के वजीर पार्क कॉलोनी में सुबह करीब पांच बजे गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस ने बताया कि सभी पड़ोसी आपाधापी में खान को इलाज के लिए फौरन अस्पताल ले गए लेकिन उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी. अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने बताया कि खान की मौत हो चुकी है.

मौत के बाद पड़ोसियों ने पुलिस को हत्या की जानकारी दी. इसके बाद पुलिस की टीम और अधिकारी मौके पर पहुंचे. पुलिस ने खान की पत्नी और उनके दो बेटों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है.

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पत्नी और बेटों के इर्द-गिर्द घूमती सुई

शुरुआती जांच से पता चला है कि यह हत्या परिवार में जमीनी विवाद के कारण हुई है. खान की पत्नी नीलोफर और उनके दो बेटे दानिश और आसिफ पिछले कुछ सालों से अलग रह रहे हैं. पुलिस की मानें तो, खान ने करीब एक दशक पहले अपनी पत्नी और दो बेटों को घर से निकाल दिया था जिस वजह से परिवार में विवाद हो गया था. रिपोर्ट के अनुसार, परिवार में विवाद की कई घटनाएं हुई हैं. खान के मैटरनल अंकल ने पुलिस को घटना की जानकारी दी और हत्या के लिए उनकी पत्नी और दो बेटों को जिम्मेदार ठहराया.

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| मृत पार्षद के दो बेटे और पत्नी की फोटो

हिरासत में लेकर पुलिस कर पूछताछ

एक बड़े पुलिस अधिकारी ने पत्रकारों को बताया, ❝पत्नी और दो बेटों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है और आगे की जांच जारी है.❞

पुलिस के अनुसार, कुछ दिन पहले भी खान की हत्या की कोशिश की गई थी. जब उन पर गोलियां चलाई गई थीं तब वह एक नाले में कूदकर बच गए थे. इससे उन्हें हाथ में फ्रेक्चर हुआ था और गोली छूकर निकली. घटना के बाद वे काफी सहमे हुए थे.  कहीं दोबारा हमला ना हो जाए इस डर से वे घर से बाहर भी नहीं निकले. हालात सामान्य होने पर बुधवार शाम को गुड्डू ने थाने पहुंचकर पुलिस को आपबीती बताई थी.

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पुलिस को हमले की मिली थी जानकारी

4 अक्टूबर को हमले में बचने के बाद खान ने स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी और अपनी जान को खतरा बताया था.

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घटना के बाद कांग्रेस ने उठाए सवाल

वहीं, कांग्रेस की राज्य इकाई ने दावा किया है कि यदि पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की होती तो यह घटना नहीं होती. कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट करते हुए कहा, "उज्जैन में एक पूर्व पार्षद की उनके घर में गोली मारकर हत्या कर दी गई. एक हफ्ते के भीतर उन पर यह दूसरा हमला था. यदि पुलिस ने समय रहते सख्त कार्रवाई की होती तो यह घटना नहीं होती. उज्जैन मुख्यमंत्री का गृहनगर है लेकिन उनके शहर में भी सुरक्षा का कोई भाव नहीं है. "

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