नाले ने रोका प्रसूता का रास्ता... रेस्क्यू टीम ने स्थानीय लोगों की मदद से पहुंचाया अस्पताल, लोगों को हर रोज हो रही परेशानी

MP News: तेज बारिश ने कई लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. ऐसा ही एक मामला दमोह से सामने आया, जहां एक ओवरफ्लो नाले ने प्रसूता का रास्ता रोक दिया. 

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प्रेगनेंट महिला को अस्पताल पहुंचे में हुई परेशानी

Pregnant Woman in Flood: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में बिते एक हफ्ते से तेज बारिश और बाढ़ जैसे हालात ने हाहाकार मचाकर रखा. कई इलाकों में पानी भरने के कारण लोगों को कहीं भी आने-जाने में बहुत परेशानी हो रही हैं. खास दिक्कत मरीजों को अस्पताल जाने में हो रही है. दमोह (Damoh) वनांचल क्षेत्र में विकास के दावे उस समय खोखले साबित होते हैं, जब जरूरत पर भी ग्रामीण अस्पताल तक पहुंचने के लिए बेबस नजर आते हैं. हटा तहसील में ऐसे हालात नजर आते है, जब बारिश के मौसम में एम्बुलेंस (Ambulance) सेवा तक उपलब्ध नहीं हो पाती... इस वजह से एक प्रसूता (Pregnant) को अस्पताल पहुंचने में बहुत परेशानी हुई. अंत में पुलिस प्रशासन ने उसकी मदद की.

पुल के ऊपर से बह रहा था नाले का पानी

ताजा मामला रविवार को चोरईया ग्राम पंचायत अंतर्गत पाटन गांव से सामने आया. यहां महेश यादव की पत्नी गीता यादव को प्रसव पीड़ा होने पर अस्पताल जाना था, लेकिन मुख्य मार्ग और गांव के बीच का नाला उफान पर होने के कारण महिला की जान पर बन आई. पुलिस को जानकारी मिलने के बाद रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीण लोगों के साथ मिलकर महिला की जान बचाई और उसे अस्पताल पहुंचाया.

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महिला को किया गया रेफर

परिजनों द्वारा मामले की जानकारी मीडिया को दी गई. इसके बाद पूरा मामला अधिकारियों के संज्ञान में आया और प्रशासन हरकत में आया और एसडीएम राकेश मरकाम, बीएमओ डॉक्टर उमाशंकर पटेल, नायब तहसीलदार द्वारा शिवराम चराण रेस्क्यू टीम के साथ मौके पर पहुंचे. बड़ी मुश्किलों से स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू टीम के साथ मिल कर गर्भवती महिला को एंबुलेस वाहन तक पहुंचाया. मौके पर मौजूद डॉक्टर यूएस पटेल ने महिला का स्वास्थ परिक्षण कर सिवल अस्पताल रेफर कर दिया. 

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बारिश में आफत से कम नहीं नाला

पाटन गांव में करीब दो सैकड़ा परिवार रहते हैं. इन लोगों को मुख्य मार्ग से गांव तक करीब दो किमी सड़क बहुत ही दुर्गम है. साथ में रास्ते पर एक नाला है, जो बारिश में उफान पर रहता है. जिस कारण ऐसे हालात बनते हैं. यहां के निवासी मोहन यादव कहते है कि इसके पहले इसी तरह नाला उफान पर होने से दो गर्भवती महिलाओं की अस्पताल नहीं पहुंचने से मौत हो चुकी है. आज जिस महिला का रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया गया, उसको इसके पहले भी प्रसव जिला अस्पताल में हुआ था. 

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