
Cheetah in Kuno National Park: श्योपुर के कुनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) मे जंगल सफारी (Safari in Madhya Pradesh) करने वाले पर्यटकों के लिए खुशखबरी है. कुनो नेशनल पार्क प्रबंधन ने एक बार फिर कुनो के बड़े बाड़े में बंद चीतों में से 5 चीतों को खुले जंगल मे आजादी की रफ्तार भरने के लिए छोड़ दिया है. चीता स्टेयरिंग कमेटी की सहमति के बाद सोमवार को प्रबंधन ने गामिनी मादा चीता ओर उसके चार शावकों को जंगल में छोड़ा है. वहीं, सीएम मोहन यादव ने भी कहा कि रफ्तार का राजा खुले जंगल में फर्राटा भरेगा.
दरअसल, चीता प्रोजेक्ट (Cheetah Project) के तहत 18 फरवरी, 2022 को साउथ अफ्रीका से दूसरी खेप में मादा चीता गामिनी (Female Cheetah Gamini) लाई गई थी. इस मादा चीता ने चार शावकों को जन्म दिया, जिनमें दो नर शावक और दो मादा शावक हैं.

कूनो में मौजूद हैं 17 चीते
पार्क के बाड़े में शावकों और उनकी मां चीता गामिना की प्रशासन ने देखभाल की. अब जब वो बड़े हो गए और कूनो नेशनल पार्क में रहने लायक वातावरण में ढल गए तो उन्हें जंगल में छोड़ दिया गया. अब पार्क में 17 चीतों का कुनवा हो गया है.
खुले जंगल में फर्राटा भरेगा रफ्तार का राजा...
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) March 17, 2025
मध्यप्रदेश पर्यटन के लिए एक और गौरव का क्षण आया है; आज कूनो-पालपुर नेशनल पार्क में मादा चीता गामिनी और उसके चार शावकों को बड़े बाड़े से सफलतापूर्वक कूनो नेशनल पार्क के खुले जंगल खजूरी वन क्षेत्र में रिलीज किया गया है। कूनो के जंगल… pic.twitter.com/q2gseIgyZq

बाड़े में अभी भी बंद हैं 9 चीते
इससे पहले पर्यटकों के दीदार के लिए 12 चीते पहले ही जंगल में छोड़े जा चुके हैं. अब जंगल में चीतों की संख्या बढ़ने के बाद पर्यटकों को उनका दीदार आसानी से हो सकेगा. कुनो नेशनल पार्क के बाड़े में अभी भी 9 चीते बंद हैं. इसमें शावक भी हैं. इनकी प्रशासन देखभाल कर रहा है. यह चीते भारतीय वातावरण और आवोहवा में ढल रहे हैं.
खुले जंगल में फर्राटा भरेगा रफ्तार का राजा- सीएम यादव
सीएम मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, मध्यप्रदेश पर्यटन के लिए एक और गौरव का क्षण आया है. आज कूनो-पालपुर नेशनल पार्क (Kuno Palpur National Park) में मादा चीता गामिनी (Female Cheetah Gamini) और उसके चार शावकों (Cheetah Cubs) को बड़े बाड़े से सफलतापूर्वक कूनो नेशनल पार्क के खुले जंगल खजूरी वन क्षेत्र में रिलीज किया गया है. कूनो के जंगल में अब कुल 17 चीत हो गए हैं. चीतों के स्वच्छंद विचरण से वहां आने वाले पर्यटक सफारी यात्रा के दौरान चीतों के विचरण को देख और अधिक रोमांचक होंगे.
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मध्यप्रदेश की धरा एशिया से विलुप्त हो चुके चीतों के लिए मां का आंचल बन चुकी है. यहां चीते रफ्तार भी भर रहे हैं और अपना कुनबा भी लगातार बढ़ा रहे हैं. मध्यप्रदेश आने वाली पीढ़ियों के लिए वन्य जीवन को सहेजकर रखने एवं जैव-विविधता के संरक्षण हेतु प्रतिबद्ध है.