Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मऊगंज जिले (Mauganj) के लौर पुलिस (MP Police) पर बेहद गम्भीर आरोप लगे हैं. मृतक के परिजनों ने थाने में पदस्थ आरक्षक पर आरोप लगाया है कि उसने शराब कारोबारी के कहने पर फूलचंद गुप्ता को फर्जी एनडीपीएस (NDPS) का सह आरोपी बना दिया गया. आरोपी की जेल में प्रताड़ना के बाद मौत हो गई. परिजनों ने आरोप भी लगाया कि कार छोड़ने के एवज में लौर पुलिस थाना में पदस्थ आरक्षक अखिल सिंह ने 70 हजार रुपए की मांग की थी और कार को अपने क्वार्टर में छुपाया था. बाद में पैसे लेने के बाद कार को लौटाया गया था.
इस मामले से आक्रोशित वैश्य समाज ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस - प्रशासन को ज्ञापन दिया है. साथ ही मांग पूरी न होने पर अन्दोलन का अल्टीमेटम भी दिया है.
परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप
दरअसल एक हफ्ते पहले मऊगंज जिले की लौर थाना पुलिस से साठगांठ बनाकर शराब कारोबारी राजू सिंह परिहार से मिलकर थाना प्रभारी की सहमती पर आरक्षक अखिल सिंह ने सुनियोजित तरीके से एनडीपीएस की मेमोरेंडम में कार्रवाई कर फूलचंद गुप्ता निवासी सीतापुर को मुल्जिम बना दिया था और न्यायालय में पेश किया गया. जहां से उसे जेल भेज दिया गया. मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि शराब कारोबारी राजू सिंह परिहार और अखिल सिंह की शराब कारोबार में पार्टनरशिप भी है.
70 हजार लेकर छोड़ा कार को
फूलचंद गुप्ता को इन्हीं दोनों ने ताना-बाना बनाकर एनडीपीएस के मामले में सह मुल्जिम बना दिया. जबकि नशीली कफ सिरप कारोबार से फूलचंद गुप्ता का कोई लेना-देना नहीं था. यह अनाज गल्ला के कारोबारी थे लेकिन इन्हें फंसा दिया गया. इतना ही नहीं हद तो तब हो गई जब फूलचंद गुप्ता को गिरफ्तार किया गया तो उनकी कार और पर्स बेल्ट थाना में पदस्थ आरक्षक अखिल सिंह अपने घर ले गए और क्वार्टर में गाड़ी खड़ी कर ली. इसके बाद डेढ़ लाख रुपए का सौदा मृतक के बेटे शिवम से किया गया था और बाद में 70000 रुपए लेकर कार को छोड़ा. इतना ही नहीं थाना प्रभारी के सामने मृतक के साथ मारपीट भी की गई थी. जो कि थाना के सीसीटीवी मे देखा जा सकता है. इस तरह के तमाम आरोप मृतक के पुत्र शिवम गुप्ता ने वायरल वीडियो में लगाए हैं.
पुलिस अधिक्षक ने दिया जांच का भरोसा
वहीं इस पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक मऊगंज वीरेंद्र जैन ने कहा कि आरोप लगाने वाले मृतक का पुत्र शिवम हनुमना थाना में कोरेक्स का पूर्व आरोपी रहा है. जिसके द्वारा लौर थाना के आरक्षक अखिल सिंह के ऊपर 70 हज़ार रुपए लेने व कार को घर ले जाने के लगाए गए आरोप की शिकायत आने के बाद इस मामले की जांच कराई जाएगी.
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