फर्जी आरोप लगाकर व्यापारी को भेजा जेल, प्रताड़ना के बाद हुई मौत, मृतक के परिजनों ने पुलिस पर लगाए बेहद गंभीर आरोप

MP Latest News: एक हफ्ते पहले मऊगंज जिले की लौर थाना पुलिस से साठगांठ कर शराब कारोबारी राजू सिंह परिहार से मिलकर थाना प्रभारी की सहमती पर आरक्षक अखिल सिंह ने सुनियोजित तरीके से एनडीपीएस की मेमोरेंडम में कार्रवाई कर फूलचंद गुप्ता निवासी सीतापुर को मुल्जिम बना दिया था और न्यायालय में पेश किया था.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
Mauganj News: पुलिस पर लगे बेहद गंभीर आरोप

Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मऊगंज जिले (Mauganj) के लौर पुलिस (MP Police) पर बेहद गम्भीर आरोप लगे हैं. मृतक के परिजनों ने थाने में पदस्थ आरक्षक पर आरोप लगाया है कि उसने शराब कारोबारी के कहने पर फूलचंद गुप्ता को फर्जी एनडीपीएस (NDPS) का सह आरोपी बना दिया गया. आरोपी की जेल में प्रताड़ना के बाद मौत हो गई. परिजनों ने आरोप भी लगाया कि कार छोड़ने के एवज में लौर पुलिस थाना में पदस्थ आरक्षक अखिल सिंह ने 70 हजार रुपए की मांग की थी और कार को अपने क्वार्टर में छुपाया था. बाद में पैसे लेने के बाद कार को लौटाया गया था.

इस मामले से आक्रोशित वैश्य समाज ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस - प्रशासन को ज्ञापन दिया है. साथ ही  मांग पूरी न होने पर अन्दोलन का अल्टीमेटम भी दिया है.

Advertisement

 परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप 

दरअसल एक हफ्ते पहले मऊगंज जिले की लौर थाना पुलिस से साठगांठ बनाकर शराब कारोबारी राजू सिंह परिहार से मिलकर थाना प्रभारी की सहमती पर आरक्षक अखिल सिंह ने सुनियोजित तरीके से एनडीपीएस की मेमोरेंडम में कार्रवाई कर फूलचंद गुप्ता निवासी सीतापुर को मुल्जिम बना दिया था और न्यायालय में पेश किया गया. जहां से उसे जेल भेज दिया गया. मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि शराब कारोबारी राजू सिंह परिहार और अखिल सिंह की शराब कारोबार में पार्टनरशिप भी है.

Advertisement

70 हजार लेकर छोड़ा कार को

फूलचंद गुप्ता को इन्हीं दोनों ने ताना-बाना बनाकर एनडीपीएस के मामले में सह मुल्जिम बना दिया. जबकि नशीली कफ सिरप कारोबार से फूलचंद गुप्ता का कोई लेना-देना नहीं था. यह अनाज गल्ला के कारोबारी थे लेकिन इन्हें फंसा दिया गया. इतना ही नहीं हद तो तब हो गई जब फूलचंद गुप्ता को गिरफ्तार किया गया तो उनकी कार और पर्स बेल्ट थाना में पदस्थ आरक्षक अखिल सिंह अपने घर ले गए और क्वार्टर में गाड़ी खड़ी कर ली. इसके बाद डेढ़ लाख रुपए का सौदा मृतक के बेटे शिवम से किया गया था और बाद में 70000 रुपए लेकर कार को छोड़ा. इतना ही नहीं थाना प्रभारी के सामने मृतक के साथ मारपीट भी की गई थी. जो कि थाना के सीसीटीवी मे देखा जा सकता है. इस तरह के तमाम आरोप मृतक के पुत्र शिवम गुप्ता ने वायरल वीडियो में लगाए हैं.

Advertisement

पुलिस अधिक्षक ने दिया जांच का भरोसा

वहीं इस पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक मऊगंज वीरेंद्र जैन ने कहा कि आरोप लगाने वाले मृतक का पुत्र शिवम हनुमना थाना में कोरेक्स का पूर्व आरोपी रहा है. जिसके द्वारा लौर थाना के आरक्षक अखिल सिंह के ऊपर 70 हज़ार रुपए लेने व कार को घर ले जाने के लगाए गए आरोप की शिकायत आने के बाद इस मामले की जांच कराई जाएगी. 

ये भी पढ़ें Indian Railway: भारत गौरव ट्रेन से कर सकते हैं इन 6 तीर्थ स्थलों के दर्शन, IRCTC ऐसे करा रहा है यात्रा

ये भी पढ़ें फ्रांस में 'भारत गौरव' बने संतोष चौबे, श्री श्री रविशंकर व नोबेल विजेता कैलाश सत्यार्थी को मिल चुका है ये पुरस्कार

Topics mentioned in this article