उज्जैन में श्री महाकालेश्वर बाबा की भादो मास की पहली सवारी सोमवार शाम धूमधाम से निकली. श्रावण की आठ सवारी के बाद ये नौवीं सवारी थी. अब 11 सितंबर को बाबा महाकाल की शाही सवारी निकालेगी. महाकाल मंदिर से सवारी प्रारंभ होने से पहले मंदिर के सभामंडप में भगवान श्री चन्द्रमौलेश्वर का षोडशोपचार से पूजन-अर्चन कर आरती की गई. तत्पश्चात रजत पालकी में भगवान श्री चन्द्रमौलेश्वर नगर भ्रमण के लिए निकले. मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल ने बाबा की सवारी को सलामी (गार्ड ऑफ ऑनर) दिया.
महाकाल मंदिर से निकली भादो मास की पहली सवारी
श्रावण मास के ख़त्म होने के बाद भादो मास की पहली सवारी सोमवार शाम चार बजे महाकाल मंदिर से निकली. सवारी में महाकाल बाबा रजत पालकी में श्री चन्द्रमौलेश्वर के रूप में विराजित थे. पूर्व में सवारी में निकले गरूड़ रथ पर शिवतांडव, नन्दी रथ पर उमा-महेश, डोल रथ पर होल्कर स्टेट के मुखारविंद व अन्य रथों पर श्री घटाटोप स्वरुप, श्री जटाशंकर ,श्री रूद्रेश्वर नया सप्तधान मुखारविंद के साथ श्री चंद्रशेखर का नया रजत मुखौटा शामिल किया गया. नगर भ्रमण पर निकले बाबा के विभिन्न रूपों के दर्शन पाकर लाखों की संख्या में सवारी मार्ग पर दोनों ओर खड़े श्रद्धालु जय-जय कर करते हुए नजर आए.
सवारी मार्ग पर दर्शनार्थियों में काफी उल्लास
श्रावण मास के बाद भी भादो की पहली सवारी में भी दर्शनार्थी काफी उत्साहित दिखाई दिए. भारी भीड़ के बीच सवारी मंदिर से प्रारंभ होकर गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाडी होते हुए रामघाट पहुंची. यहां परंपरानुसार श्री चन्द्रमोलेश्वर व श्री मनमहेश का मोक्षदायिनी मां शिप्रा के जल से अभिषेक पूजन किया गया. इसके बाद सवारी पूर्व वत तय मार्गो से होते हुए पुन: श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी. इस दौरान सवारी मार्ग पर भक्त राजाधिराज का पुष्पवर्षा कर स्वागत और जयघोष करते रहें.
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