MP में कांग्रेस नेताओं को जुलूस निकलना पड़ा भारी, तरवर लोधी सहित 17 पर FIR

पूर्व विधायक तरवर लोधी ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार उनकी आवाज दबाने का प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के निर्देश पर यह कार्यक्रम किया गया था ताकि महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों और बढ़ते अपराधों के खिलाफ आवाज उठाई जा सके.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
MP में कांग्रेस नेताओं को जुलूस निकलना पड़ा भारी, तरवर लोधी सहित 17 पर FIR

FIR Against 17 Congress Leaders in MP : सागर जिले में बंडा के पूर्व विधायक तरवर लोधी समेत 17 कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. आरोप है कि कांग्रेस नेताओं ने शनिवार को एक मशाल जुलूस निकाला था जिसकी अनुमति नहीं ली गई थी. बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने 5 अक्टूबर को 'बेटी बचाओ अभियान' के तहत महिला अत्याचारों और बढ़ते अपराधों के विरोध में प्रदर्शन किया था. इधर, कांग्रेस के युवा नेता राहुल चौबे का कहना है कि उन्होंने पहले ही सिटी मजिस्ट्रेट को सूचित किया था कि बेटी बचाओ अभियान के तहत मकरोनिया में मशाल जुलूस और विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. जिसके बाद शाम 5 बजे के करीब बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मकरोनिया पहुंचे और प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं की नोकझोंक भी हुई और नाराजगी जाहिर करते हुए नारेबाजी की गई. घटना ज़िले के मकरोनिया इलाके की है.

तरवर लोधी का ने क्या कहा ?

पूर्व विधायक तरवर लोधी ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार उनकी आवाज दबाने का प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के निर्देश पर यह कार्यक्रम किया गया था ताकि महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों और बढ़ते अपराधों के खिलाफ आवाज उठाई जा सके. लोधी ने यह भी आरोप लगाया कि नारायवली विधायक प्रदीप लारिया के कहने पर पुलिस प्रशासन ने उन पर मामला दर्ज किया. उन्होंने कहा कि इसका जवाब वे जरूर देंगे.

Advertisement

यह भी पढ़ें : 

बीच सड़क पर 'अश्लील' कपड़े पहनकर निकली युवती, वीडियो वायरल होने पर हुई FIR

पुलिस ने नेताओं पर की FIR

मकरोनिया के SHO प्रभारी शिवम दुबे ने बताया कि शिकायत के आधार पर धारा 120-2 और 191-2 के तहत FIR दर्ज की गई है. फरियादी छत्रपाल जाट की शिकायत पर यह मामला दर्ज किया गया है. जिन नेताओं पर मामला दर्ज किया गया है उनमें बंडा के पूर्व विधायक तरवर लोधी, युवा नेता राहुल चौबे, राजा बुदेला, सिटू काटरे, जितेन्द्र चौधरी, अभिषेक गौर और सुरेन्द्र चौबे सहित अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हैं. कांग्रेस नेताओं पर मुख्य आरोप है कि उन्होंने बिना अनुमति के मशाल जुलूस निकाला और विरोध प्रदर्शन किया जिससे कानून व्यवस्था बिगड़ने जैसे हालत पैदा हुए.

Advertisement

ये भी पढ़ें : 

बॉस ने किया रेप तो लड़की ने ऑफिस में की खुदकुशी... WhatsApp चैट ने खोले राज

Topics mentioned in this article