Fake-Toxic Spice Trade: कपड़े रंगने वाले केमिकल से बन रहा था नकली मसाला, खाद्य विभाग की छापेमारी में बड़ा खुलासा

Sagar News: कपड़े रंगने में इस्तेमाल होने वाले अखाद्य रंगों से मसाला तैयार कर बाजार में खपाने की तैयारी की जा रही थी. समय रहते खाद्य विभाग और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने छापामार कार्रवाई करते हुए मसालों के साथ अखाद्य रंग के पैकेट जब्त किए.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Fake and Toxic Spice Trade: सागर शहर में नकली और जहरीले मसालों के कारोबार का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. कपड़े रंगने में इस्तेमाल होने वाले अखाद्य रंगों से मसाला तैयार कर बाजार में खपाने की तैयारी की जा रही थी. समय रहते खाद्य विभाग और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने छापामार कार्रवाई करते हुए मसालों के साथ अखाद्य रंग के पैकेट जब्त किए, जिससे एक बड़ा स्वास्थ्य संकट टल गया. यदि इन मसालों का सेवन लोग कर लेते, तो गंभीर बीमारियां फैल सकती थीं और कई लोगों की जान भी जा सकती थी.

धनिया और मिर्च पाउडर में ऑयल कलर का किया जा रहा था मिलावट

जिला खाद्य एवं औषधि अधिकारी प्रीति राय ने बताया कि सीएम हेल्पलाइन 181 पर शिकायत प्राप्त हुई थी कि कौशल किशोर वार्ड क्षेत्र में स्थित एक मसाला पिसाई चक्की पर धनिया और मिर्च में अखाद्य ऑयल कलर मिलाकर मिलावट की जा रही है. शिकायत की गंभीरता को देखते हुए खाद्य विभाग की टीम ने तत्काल कार्रवाई की योजना बनाई.

3 पैकेट अखाद्य ऑयल रंग किए गए बरामद

तहसीलदार देवरी प्रीति रानी चौरसिया के साथ संयुक्त टीम ने कौशल किशोर वार्ड स्थित इदरीश खान की मसाला पिसाई चक्की पर छापा मारा. जांच के दौरान मौके से तीन पैकेट अखाद्य ऑयल रंग बरामद किए गए, जिनमें दो पीले और एक लाल रंग का पैकेट शामिल था. इन सभी पैकेटों पर साफ तौर पर “ओनली फॉर इंडस्ट्रियल यूज” लिखा हुआ था, जो यह स्पष्ट करता है कि इनका उपयोग खाद्य पदार्थों में करना पूरी तरह प्रतिबंधित और खतरनाक है.

चक्की मालिक के खिलाफ कार्रवाई

खाद्य अधिकारी प्रीति राय ने बताया कि प्राथमिक पूछताछ में चक्की मालिक इदरीश खान ने दावा किया कि धनिया, मिर्च और रंग के पैकेट सुखचैन वार्ड निवासी महेश ठाकुर चक्की पर रख गए थे. कार्रवाई के दौरान महेश ठाकुर को मौके पर बुलाया गया, लेकिन वह उपस्थित नहीं हुए. इस कारण प्रारंभिक तौर पर चक्की मालिक के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके से मसालों के नमूने लिए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए भोपाल स्थित प्रयोगशाला भेजा गया है.

Advertisement

इदरीश खान का कहना है कि वह केवल मसाला पिसाई का कार्य करता है और सामग्री महेश ठाकुर द्वारा लाई गई थी. हालांकि विभाग इस दावे की भी जांच कर रहा है. खाद्य अधिकारी ने बताया कि कपड़े रंगने वाले केमिकल से तैयार किए गए मसालों के सेवन से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां फैलने की आशंका रहती है. जांच में यह भी पता लगाया जा रहा है कि अब तक कितनी मात्रा में ऐसे मसाले तैयार किए गए और उनकी सप्लाई किन-किन स्थानों पर की गई.

रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी. खाद्य विभाग ने आम जनता से अपील की है कि खुले या संदिग्ध मसालों से बचें और किसी भी प्रकार की मिलावट की सूचना तुरंत विभाग को दें.

Advertisement

ये भी पढ़ें: 'सुनवाई करो सरकार...' न्याय की आस में झुका माथा, 11 साल से भटक रहा किसान, रेंगते हुए पहुंचा गुना कलेक्ट्रेट

ये भी पढ़ें: Mughal-era Five-Star Hotel:  400 साल पुराना, 100 से अधिक कमरे... मुगल कालीन इस फाइव स्टार होटल को संवारेगा नगर निगम

Advertisement
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Topics mentioned in this article