विज्ञापन

MP में नकली खाद! अन्नदाताओं को धोखा दे रहे अवैध कारोबारी, 4 के खिलाफ FIR; ऐसे करें असली की पहचान

मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में नकली fertilizer का कारोबार पकड़ा गया. एक फैक्ट्री में 240 बोरी अवैध खाद, 300 खाली बोरी, पैकिंग मशीन और ट्रक जब्त किए गए. चार आरोपियों के विरुद्ध FIR दर्ज हुई है. किसानों को असली डीएपी पहचानने के लिए आसान तरीके बताए गए हैं ताकि वे धोखाधड़ी से बचें.

MP में नकली खाद! अन्नदाताओं को धोखा दे रहे अवैध कारोबारी, 4 के खिलाफ FIR; ऐसे करें असली की पहचान

How to Identify Fake DAP-fertilizer: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में अवैध रूप से नकली खाद बनाने और बेचने का कारोबार पकड़ा गया है. जिला प्रशासन की सख्त कार्रवाई में एक बड़ी फैक्ट्री पर छापा मारकर भारी मात्रा में नकली खाद, कच्चा माल, पैकिंग मशीनें और ट्रक जब्त किए हैं. किसानों को नुकसान से बचाने के लिए प्रशासन ने चेतावनी भी जारी की है. आइए जानते हैं पूरी खबर विस्तार से और सीखते हैं कि असली और नकली खाद की पहचान कैसे करें...

छतरपुर में नकली खाद का बड़ा खुलासा

छतरपुर जिले में नकली खाद का गोरखधंधा तेजी से फैल रहा था. कलेक्टर पार्थ जैसवाल के निर्देश पर कृषि विभाग और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए नौगांव क्षेत्र में पांच फैक्ट्रियों पर छापा मारा. जांच में सामने आया कि ये फैक्ट्रियां बिना लाइसेंस के अवैध तरीके से खाद बना और बेच रही थीं.

चार लोगों पर एफआईआर, माल जब्त

कार्रवाई के दौरान थाना नौगांव में चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. इनमें अजय कुमार (ग्राम पतारी, कानपुर), उपदेश कुशवाहा (ग्राम मुड़वारा, नौगांव), शैलेन्द्र पाराशर (ग्राम बरा, नौगांव) और वीरेंद्र द्विवेदी (ग्राम खेरा कसार, जुझारनगर) शामिल हैं.

इन सभी पर आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3 और 7 के तहत अपराध दर्ज हुआ है. मौके से पुलिस ने एक हैवी ट्रक, अवैध खाद की 240 बोरियां, इफको और भारत डीएपी की 300 खाली बोरियां और पैकिंग मशीन जब्त की हैं. बरामद माल और वाहन की कीमत करीब 13 लाख 24 हजार रुपए आंकी गई है.

कलेक्टर के निर्देश पर कार्रवाई

कलेक्टर पार्थ जैसवाल के नेतृत्व में यह छतरपुर जिले की लगभग पांचवीं बड़ी कार्रवाई है, जिसमें नकली खाद के कारोबारियों पर शिकंजा कसा गया है. कृषि विभाग के उपसंचालक डॉ. आरके सिंह ने बताया कि जब्त की गई खाद काला दानेदार थी और बोरी पर भारत डीएपी व इफको कंपनी का नाम छपा था, जो पूरी तरह फर्जी निकला.

ये भी पढ़ें- Haq Release Controversy: इमरान-यामी की फिल्म का रास्ता साफ, तय तारीख पर होगी रिलीज; हाईकोर्ट ने याचिका की खारिज

किसानों को ऐसे रहना होगा सतर्क

कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे खाद केवल सरकारी समितियों या अधिकृत विक्रेताओं से ही खरीदें. किसी भी अज्ञात व्यक्ति या अनजान दुकान से खाद लेने से बचें. नकली खाद का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि यह फसल को पोषण नहीं देती, बल्कि मिट्टी की उर्वरता को भी खराब कर देती है.

असली खाद की पहचान कैसे करें? 

असली खाद की बोरी चमकदार और अच्छी क्वालिटी की होती है, जबकि नकली बोरी का रंग फीका और डल दिखता है. असली डीएपी खाद को हथेली पर लेकर थोड़ा चूना मिलाकर रगड़ने पर तेज गंध आती है और रंग हल्का बदल जाता है. वहीं नकली खाद में न तो गंध होती है और न ही रंग में कोई बदलाव आता है.

ये भी पढ़ें- 8 साल से लापता गीता! CBI भी नहीं ढूंढ पाई, अब खोजने पर मिलेगा 2 लाख का इनाम

तवे और पानी से पहचानने का तरीका

किसान भाइयों के पास असली-नकली खाद पहचानने के पुराने तरीके भी हैं. असली डीएपी को जब तवे पर गर्म किया जाता है तो उसके दाने फूलने लगते हैं, जबकि नकली खाद मिट्टी की तरह पिस जाती है. इसी तरह, खाद को हथेली में लेकर मुट्ठी बांधकर उसमें फूंक मारने पर अगर खाद उड़ जाती है, तो वह असली है. पानी में डालने पर भी नकली खाद जल्दी गलने लगती है.

MPCG.NDTV.in पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार,लाइफ़स्टाइल टिप्स हों,या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें,सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Close