Madhya Pradesh News : MP सरकार शिक्षा में सुधार के लिए सरकार लगातार कोशिश कर रही है.... लेकिन स्कूलों की बुनियादी समस्याएं आज भी जस के तस है. ताजा मामला बड़वानी (Barwani) जिले के मंडवाड़ा के मुंडियापुरा सरकारी प्राथमिक स्कूल का है. जहां सन 1955 से चल रहे इस स्कूल में 80 छात्रों को पढ़ाने के लिए सिर्फ एक शिक्षिका को जिम्मेदारी दी गई है. आलम ऐसा है कि कक्षा 1 से पांचवी तक के बच्चों को एक ही रूम में बिठाकर पढ़ाना पड़ रहा है. ऐसे में सवाल उठता है कि अगर प्रदेश में शिक्षा का स्तर ऐसा रहेगा तो देश का भविष्य कहे जाने वाले बच्चों का खुद का भविष्य कैसे उज्ज्वल होगा?
बच्चों के घरवालों ने जताई नाराजगी
सोमवार को मुंडियापुरा के शासकीय प्राथमिक विद्यालय में स्कूल खुलने से पहले ही छात्र-छात्राओं के अभिभावकों ने क्लास रूम के हालात देखकर नाराज़गी जताई. अभिभावकों का गुस्सा इस बात पर था कि यहां एक ही टीचर 80 बच्चों को पढ़ा रही हैं. पहले इस स्कूल में तीन टीचर थे, जिनमें से एक टीचर रिटायर हो गए और दूसरे टीचर अपनी B. Ed की डिग्री पूरी करने के लिए छुट्टी पर हैं.
मामले में क्या बोलीं महिला टीचर ?
अब एकमात्र शिक्षिका के कंधों पर इतनी बड़ी जिम्मेदारी आ गई है, जिससे न तो बच्चों को ठीक से पढ़ाया जा पा रहा है और न ही दूसरे काम कराए जा रहे हैं. इसका असर बच्चों के विकास पर पड़ रहा है. महिला टीचर जयंती सोलंकी ने बताया कि आला अधिकारियों को टीचरों की कमी की जानकारी है.
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लोगों ने बताया कि एक ही टीचर होने के कारण सभी बच्चों को पढ़ाना मुश्किल हो रहा है. ये बच्चे गरीब और आदिवासी पिछड़े तबके से आते हैं. हमने कई बार अधिकारियों को इस समस्या के बारे में बताया लेकिन इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
नए टीचरों के लाने की बात
स्कूल के एक टीचर रिटायर हो गए हैं और दूसरे टीचर B. Ed डिग्री कर रहे हैं. ऐसे में उन्हें एक ही कक्षा में बच्चों को संभालना पड़ रहा है. गेस्ट टीचर आने की प्रक्रिया चल रही है और जल्द ही नए टीचरों को लाने की बात कही गई है.
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