Mining Case in Sehore: मध्य प्रदेश के सीहोर में खनिज विभाग की कार्य़वाही के विरोध में ग्रामीण एकजुट हो गए. प्राप्त जानकारी के अनुसार नर्मदा नदी से रेत निकालने वाली पनडुब्बी मशीन खलिहान में खड़ी थी, जिस पर सीहोर खनिज इंस्पेक्टर खुशबू वर्मा द्वारा कार्रवाई की जा रही थी. इस कार्रवाई को लेकर ग्रामीणों ने सवाल उठाए हैं. वहीं विरोध के चलते खनिज इंस्पेक्टर को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा. ये मामला भैरुंदा क्षेत्र के ग्राम छिदगांव काछी का है. जहां ग्रामीणों ने जिला खनिज विभाग की कार्यवाही का विरोध किया. मामले की गंभीरता को देखते हुए भैरुंदा के तहसीलदार सौरभ शर्मा को बुलाया गया था, मौके पर पहुंचकर उन्होंने दोनों पक्षों से बातचीत की लेकिन उन्हें भी बेरंग लौटना पड़ा.
ग्रामीणों और माइनिंग इंस्पेक्टर के बीच क्या हुआ?
माइनिंग इंस्पेक्टर खुशबू वर्मा कार्यवाही के लिए नर्मदा तट छिदगांव काछी, आंबा-बड़गांव पहुंची, इस दौरान खनिज इंस्पेक्टर की निगाह सड़क किनारे एक खलिहान में खड़ी पनडुब्बी मशीन पर पड़ी. खनिज इंस्पेक्टर द्वारा कार्यवाही की जा रही थी. इसी दौरान ग्रामीण एकजुट हो गए और उन्होंने कार्रवाई का विरोध किया. वहीं इस बात को लेकर ग्रामीणों ने खनिज इंस्पेक्टर की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए.
इस विवाद के बाद यह निर्णय लिया गया कि पनडुब्बी मशीन पर कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी. तहसीलदार सौरभ शर्मा ने कहा कि उन्होंने सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर नियमानुसार कार्रवाई की है.
यह भी पढ़ें : खनन माफियाओं में खौफ, ट्रेनी महिला IPS के लिए बिछाया ऐसा जाल कि चौंक गया पुलिस विभाग, एक गिरफ्तार
यह भी पढ़ें : UPI से लेन-देन का बना रिकॉर्ड! जनवरी में 23.48 लाख करोड़ रुपये के वैल्यू से अधिक के 16.99 बिलियन ट्रांजैक्शन
यह भी पढ़ें : Train में चोरी करने वालों को GRP ने पकड़ा! इतने लाख रुपए का सामान बरामद, ऐसे करते थे क्राइम
यह भी पढ़ें : National Science Day: रोचक है रमन प्रभाव की कहानी! जानिए कौन थे सर CV Raman?