राजगढ़ में EVM की जगह बैलेट पेपर से लोकसभा चुनाव !...दिग्विजय सिंह कर रहे हैं ये कोशिश

वैसे तो दिग्विजय शुरू से ही EVM के खिलाफ रहे हैं लेकिन इस बार वे अपने लोकसभा क्षेत्र में जहां भी जा रहे हैं वहां एक खास अपील भी कर रहे हैं कर रहे हैं..वो है राजगढ़ सीट से 400 उम्मीदवारों को मैदान में उतारो. दिग्विजय का मानना है कि ऐसा करने से चुनाव आयोग को EVM की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराना पड़ेगा. दिग्गी राजा कहते हैं कि यदि ऐसा हुआ तो बीजेपी की हार निश्चित हो जाएगी.

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Lok Sabha elections 2024: मध्यप्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह 33 साल बाद अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र राजगढ़ से बतौर उम्मीदवार लोकसभा चुनाव (Rajgarh Lok Sabha seat)के लिए मैदान में उतरे हैं. सूबे के मुख्यमंत्री रह चुके दिग्विजय (Digvijay Singh) प्रचार के अपने अनूठे तरीके की वजह से चर्चा में है. इस तरीके के मूल में हैं EVM का विरोध. वैसे तो दिग्विजय शुरू से ही EVM के खिलाफ रहे हैं लेकिन इस बार वे अपने लोकसभा क्षेत्र में जहां भी जा रहे हैं वहां एक खास अपील भी कर रहे हैं कर रहे हैं..वो है राजगढ़ सीट से 400 उम्मीदवारों को मैदान में उतारो. दिग्विजय का मानना है कि ऐसा करने से चुनाव आयोग को EVM की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराना पड़ेगा. दिग्गी राजा कहते हैं कि यदि ऐसा हुआ तो बीजेपी की हार निश्चित हो जाएगी. 

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए ने लोकसभा चुनावों में 400 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है, कांग्रेस के रणनीतिकारों को लगता है इस लक्ष्य में बैलेट पेपर से रोड़ा अटकाया जा सकता है. इसलिए अपनी वादा निभाओ पदयात्रा के दौरान मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ये अपील कर रहे हैं. NDTV के सवाल पर उन्होंने कहा राजगढ़ लोकसभा सीट से हम लोग 400 उम्मीदवार खड़े करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि मशीन नहीं बल्कि मतपत्र से चुनाव हो. उन्होंने इसका हिसाब-किताब भी बताया. उनके मुताबिक चुनाव लड़ने के लिए समान्य वर्ग के उम्मीदवारों को 25 हजार रुपये और SC-ST को 12,500 रुपये जमा करने होते हैं. ये रकम दिग्विजय लोगों से 1000 रुपये चंदा लेकर इंतजाम करवा देंगे.

'वादा निभाओ पदयात्रा' के दौरान दिग्विजय सिंह रोजाना गांव-गांव पैदल यात्रा कर रहे हैं

वे कहते हैं कि चुनाव बैलेट पेपर से हुआ तो भाजपा किसी हालत में नहीं जीतेगी. दरअसल तकनीकि बात ये है कि 2013 में आई एम3 में एक श्रृंखला में 24 मतदान इकाइयों (बीयू) को एक मास्टर कंट्रोल यूनिट से जोड़ा जाता है, जिसमें अधिकतम 384 उम्मीदवारों के नाम दर्ज हो सकते हैं.मतलब EVM की अधिकतम क्षमता 384 उम्मीदवारों की है. 

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'वादा निभाओ पदयात्रा' के दौरान दिग्विजय सिंह ये पर्ची सभी को बांट रहे हैं

अपनी पदयात्रा के दौरान दिग्विजय सिंह बीजेपी के 2023 विधानसभा चुनाव के वादों के बारे में लोगों को बता रहे हैं. उनका कहना है ये वो वादे हैं जो डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व वाली सरकार के सत्ता में 100 दिन पूरे होने के बावजूद अधूरे हैं. हालांकि यहां भी जोर ईवीएम पर है, कुछ दिनों पहले भोपाल में अपने आवास पर एक मॉक पोल के जरिये दिग्विजय ने ईवीएम में हेरफेर के अपने आरोपों का समर्थन करने के लिए गुजरात के कुछ विशेषज्ञों को भी बुलाया था.

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दूसरी तरफ बीजेपी का कहना है कि दिग्विजय सिंह को कोई गंभीरता से नहीं लेता.NDTV से बीजेपी प्रदेश ध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा दिग्विजय सिंह को संविधान पर भरोसा नहीं है ,वो 24 घंटे झूठ बोलते हैं जिसमें उन्हें आनंद आता है. उन्हें हिंदू धर्म और संस्कृति पर आक्रमण करने में मजा आता है. ऐसे लोगों के बारे में हमें अपनी ऊर्जा खत्म नहीं करनी है. उनकी किसी बात का जवाब हम क्यों दें, जनता ही उन्हें स्वीकार नहीं करती. 

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