SI पर DGP ने घोषित किया 50 हजार रुपए का इनाम, 2.5 साल से चल रहा फरार, जानिए पूरा मामला

Gwalior Crime News: इनामी SI रामवीर कुशवाह पर पारदियों से चोरी, लूट,डकैती की वारदात कराने या करने पर कमीशन फिक्स था. उसने मध्य प्रदेश के अलावा दूसरे राज्यों में अपना नेटवर्क फैलाया. करोड़ों की प्रॉपर्टी बनाई. बंदूक सप्लाई, गांजा सप्लाई के भी आरोप समय-समय पर लगाते रहे हैं.

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Gwalior Crime News: ASI पर इनाम का ऐलान

Gwalior Crime News: ग्वालियर रेंज के जिला गुना में आत्माराम पारदी की हत्या के बहुचर्चित मामले में ढाई साल से फरार चल रहे SI रामवीर सिंह कुशवाह को पुलिस ढूंढ पाने में असमर्थ रही है, अब उसकी गिरफ्तारी के लिए DGP कैलाश मकवाणा ने 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है. हत्या का आरोपी सब इंस्पेक्टर बर्खास्त होने से पहले दो बार आउट ऑफ टर्न प्रमोशन भी ले चुका है. रामवीर फरार है, पहले उस पर 20 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था और अब उसके बाद इनाम की राशि बढ़ाकर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है.

क्या है मामला?

मध्य प्रदेश पुलिस का चर्चित इनामी बर्खास्त पुलिसकर्मी रामवीर सिंह कुशवाह आत्माराम पारदी की हत्या के बहुचर्चित मामले में बीते ढाई साल से फरार चल रहा है, जबकि हत्या में शामिल उसका सहयोगी एक सिपाही योगेंद्र सिसौदिया अभी जेल में है. आत्माराम पारदी के मामले में 10 महीने बाद पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज की थी और हाईकोर्ट के निर्देश पर CID जांच के बाद थाना धरनावदा के तत्कालीन प्रभारी रामवीर कुशवाह (SI) आरक्षक योगेंद्र सिसोदिया, दिनेश गुर्जर और रघुराज तोमर पर हत्या का मामला दर्ज किया गया था.

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यह मामला  9 जून साल 2015 के दिन का है. आत्माराम पारदी अपनी मां अप्पी बाई, बहन और परिवार के 7 सदस्यों के साथ पार्वती नदी में अपनी बहन की सास मिश्री बाई की अस्थियां विसर्जित करने गया हुआ था. चोरी के एक मामले में आत्माराम कुछ दिन पहले ही जेल से जमानत पर बाहर आया था. अस्थियां विसर्जित करने के दौरान SI रामवीर कुशवाह, आरक्षक योगेंद्र सिसोदिया, दिनेश गुर्जर और रघुराज तोमर नीले रंग की प्राइवेट कार से पार्वती नदी पहुंचे थे.

पुलिस को देखते ही आत्माराम ने नदी में छलांग लगा दी. वहीं पुलिस ने भी उस पर गोली चला दी थी. बाद में नदी से आत्माराम की लाश निकली, उसके शरीर में गोली लगी हुई थी. इस मामले में पारदियों जमकर हंगामा किया और मृतक आत्माराम के परिजन कोर्ट भी पहुंचे. जहां कोर्ट के आदेश पर 7 साल बाद SI और उसके साथी पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया. इसमें आरोपी थानेदार की गिरफ्तारी न होने से नाराज परिजनों ने कुछ दिनों पहले ग्वालियर मे आईजी दफ्तर के बाहर चक्कजाम करते हुए हंगामा भी किया था. वहीं मृतक आत्माराम के परिजनों का कहना है कि स्थानीय सांसद केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से लेकर राष्ट्रपति तक से न्याय की गुहार लगाई है, लेकिन अब तक पुलिस वाला गुंडा पकड़ नहीं गया है.

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