MP: सत्ता के घमंड को तोड़ने कलेक्टर-SP को नंगे पांव ही लगानी पड़ गई दौड़, जानें क्या है पूरा मामला ? 

MP News: मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकाल लोक (Mahakal Lok Ujjian) की सुरक्षा में एक बड़ी चूक हुई है. यहां देवास के विधायक का बेटा सारे नियमों को तोड़ अपने कारों के काफिले के साथ घुस गया.ये देखते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया. इसे रोकने कलेक्टर-एसपी को नंगे पांव ही दौड़ लगानी पड़ गई.आइए जानते हैं फिर क्या हुआ ? 

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फोटो- महाकाल लोक में कारों के काफिले पर पहुंचकर फटकार लगाते हुए कलेक्टर-एसपी. 

Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के उज्जैन में नागपंचमी पर लाखों श्रद्धालु भगवान नाग चंद्रशेखर के दर्शन के लिए 8 से 10 घंटे तक कतार में लगे रहे. लेकिन देवास विधायक के बेटे पर सत्ता का ऐसा घमंड सवार हुआ कि सारे नियमों को ताक में रखकर गाड़ियों के काफिले के साथ महाकाल लोक तक घुस गया. गुस्से में कलेक्टर नीरज सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा ने दौड़ लगाकर गाड़ियों को रोका और जब्त कर ली. घटना को लेकर कलेक्टर की कांग्रेस विधायक महेश परमार से हॉट-टॉक भी हो गई.

ऐसे घुस गया महालोक

 महाकाल मंदिर के तीसरे खंड पर स्थित नाग चंदेश्वर के पट सिर्फ नागपंचमी पर 24 घंटे के लिए खुलते हैं. इसलिए देशभर से लाखों श्रद्धालु गुरुवार रात से ही दर्शन के लिए कतार में लगे रहे.  शुक्रवार दोपहर करीब 3:30 बजे देवास विधायक गायत्री राजे (Gayatri Raje MLA)  का बेटा विक्रम सिंह राजे (Vikram Singh Raje) रौब दिखाते हुए चार गाड़ियों के काफिले के साथ बेरीकेट हटवाकर महाकाल लोक तक पहुंच गया.

महाकाल लोक स्थित कंट्रोल रूम में CCTV कैमरे पर कलेक्टर नीरज सिंह और SP प्रदीप शर्मा ने यह नजारा देखा तो वे दौड़ कर गाड़ियों तक पहुंचे. कार चालकों को जमकर फटकार लगाते हुए कार्रवाई के लिए सारी वाहनों को महाकाल थाने भिजवा दी.

कलेक्टर ने छीनी चाबी

कारों का काफिला महाकाल लोक में घुसने से कलेक्टर सिंह व एसपी शर्मा जमकर नाराज हुए। ड्राइवर को लताड़ लगाते हुए कलेक्टर ने एक कार की चाबी भी छीन ली. मामले में कलेक्टर ने बताया कि चारों गाड़ियां थाने पहुंचा दी है. वहीं एसपी प्रदीप शर्मा (Pradeep Sharma SP) ने बताया कि वाहनों पर चालानी कार्रवाई की जा रही है. महाकाल लोकेशन कंट्रोल रूम से आगे वी वीआईपी की गाड़ी भी प्रतिबंधित है.

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विधायक ने प्रशासन को जिम्मेदार बताया

खास बात यह है कि तराना विधायक महेश परमार ने घटना देखी तो उन्होंने कलेक्टर सिंह से कह दिया कि सत्ताधारी पावर का इस्तेमाल कर गाड़ी परिसर तक ला रहे हैं. वहीं आम श्रद्धालु घंटों कतार में लगा है. इसी बात पर बहस होने पर परमार ने कलेक्टर को ऊंची आवाज में नहीं बोलने की चेतावनी भी दे दी. बाद में विधायक परमार ने मीडिया के सामने भी घटना के लिए प्रशासन को जिम्मेदार बताया. 

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