MP Samachar : टीकमगढ़ जिले के पलेरा में किसान इन दिनों भारी परेशानी का सामना कर रहे हैं. फसलों की बुवाई के लिए उन्हें खाद की जरूरत है लेकिन खाद वितरण केंद्रों पर उन्हें घंटों इंतजार के बाद भी खाली हाथ लौटना पड़ रहा है. किसान सुबह-सुबह ही खाद वितरण केंद्र पहुंच जाते हैं. वहां वे अपने नंबर के लिए कागजों पर पत्थर रखकर लाइन में खड़े हो जाते हैं. उम्मीद होती है कि आज खाद मिलेगा लेकिन दिन भर इंतजार के बाद भी खाद नहीं मिलती.
किसानों का आरोप – व्यापारियों को दिया जा रहा खाद
किसानों का कहना है कि सरकारी खाद गुपचुप तरीके से व्यापारियों को दे दिया जाता है. फिर यही व्यापारी इसे ब्लैक में 2000 रुपये प्रति बोरी के हिसाब से बेचते हैं. इससे किसान ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. किसानों ने बताया कि फसलों की बुवाई के लिए समय पर खाद न मिलने से उनकी खेती प्रभावित हो रही है. अगर समय पर बुवाई नहीं हुई तो उनकी फसल अच्छी नहीं होगी. इससे उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है. परिवार का खर्च चलाना मुश्किल हो जाएगा.
लंबी लाइनों में लगने के बाद भी खाली हाथ किसान
खाद पाने के लिए किसान अपने दस्तावेज और कूपन लेकर लंबी-लंबी लाइनों में खड़े होते हैं. सुबह से शाम तक इंतजार करने के बाद भी जब उन्हें खाद नहीं मिलता तो वे निराश होकर खाली हाथ घर लौट जाते हैं. किसानों ने प्रशासन से अपील की है कि इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान किया जाए. उन्हें समय पर खाद मिले ताकि वे अपनी फसल की बुवाई सही समय पर कर सकें और आर्थिक संकट से बच सकें.
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