Dangerous Picnic Spot: मौत चेतावनी देखकर नहीं आती; बांधों की सिक्योरिटी का रियलिटी टेस्ट, NDTV रिपोर्ट

Dangerous Picnic Spot: मध्यप्रदेश के कई पर्यटक स्थलों पर सिर्फ पानी नहीं. एक खामोश ख़तरा बह रहा है. यहां लोग पिकनिक मनाने नहीं, शायद अनजाने में मौत से मिलने चले आते हैं. यहां के एक बोर्ड पर साफ लिखा है "यह प्रतिबंधित क्षेत्र है", लेकिन कई लोग चेतावनी शायद आंखों से देखकर भी नहीं देखते.

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Dangerous Picnic Spot: डैम पर पिकनिक या मौत की तैयारी?

Dangerous Picnic Spot: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में इन दिनों पहाड़ी इलाके के हालात बेहद खतरनाक हैं. बारिश ने नदी-नालों को उफान पर पहुंचा दिया है. कई पुल पूरी तरह जलमग्न हैं, कहीं पुल के ऊपर से 3-4 फीट तक पानी बह रहा है. बारिश शुरू होते ही बांध, तालाब और झरनों का दीदार करने बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. प्रशासन ने चेतावनी दी है कि कोई पुल पर न जाए, लेकिन चेतावनी के बावजूद कुछ युवा इसे स्टंट का मैदान समझ बैठे हैं. डैम्स और वाटरफॉल्स तक पहुंचने वाले कई लोग अपनी जान को जोखिम में डाल रहे हैं. देखिए यह स्पेशल रिपोर्ट.

पानी नहीं खामोश खतरा!

मध्यप्रदेश के कई पर्यटक स्थलों पर सिर्फ पानी नहीं. एक खामोश ख़तरा बह रहा है. यहां लोग पिकनिक मनाने नहीं, शायद अनजाने में मौत से मिलने चले आते हैं. यहां के एक बोर्ड पर साफ लिखा है "यह प्रतिबंधित क्षेत्र है", लेकिन कई लोग चेतावनी शायद आंखों से देखकर भी नहीं देखते. कुछ दिन पहले, यहीं कलियासोत में एक युवक तैरने उतरा था. लौटकर कभी नहीं आया. पैर फिसला, सांसें डूबी… और वो आवाज़ भी नहीं दे पाया. युवक अपने दोस्त के साथ तैरने डैम में उतरा था दोनों के बीच सबसे दूर तक तैरने का चैलेंज लगा लेकिन उसके बाद जो हुआ वो एक दर्दनाक हादसा था. 

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Dangerous Picnic Spot: कलियासोत डैम पर मगरमच्छ

भोपाल में कलियासोत डैम से NDTV की टीम पहुंची केरवा डैम. यहां सुबह ही यहाँ मगरमच्छ देखा गया था. किनारे पर था लोगों  सुनकर पानी में चला गया. डैम पर मौजूद गोताखोर  से जब पूछा कि कोई इन्हें नीचे जाने से मना नहीं करता तो उसने कहा करते हैं न लेकिन वो लोग खुद यहाँ केवल शनिवार और रविवार को आते हैं. यहाँ आने वाले लोगों को मगरमच्छ के होने की जानकारी दी गई, समझाया गया. लेकिन लोग बोले – "हमें कुछ नहीं होगा." मगर - मौत कभी बताकर नहीं आती.

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Dangerous Picnic Spot: जबलपुर के वाटरफॉल में फंसे पर्यटक

जबलपुर में जान की बाजी!

इधर जबलपुर के निदान फॉल में रोमांच ने रफ्तार ली और कुछ ही पल में वो डर में बदल गया. कुछ लोग पानी में उतरे थे सेल्फी लेने. लेकिन उन्हें यह कि आखरी सफर भी है. हालांकि गनीमत रही की हादसा नहीं हुआ. हालांकि, पानी का बहाव बढ़ा. चीख-पुकार मची. कई जानें बाल-बाल बचीं. ये गनीमत थी, लेकिन अगली बार शायद इतनी किस्मत साथ न हो.

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पुलिस का क्या कहना है?

इस मामले में जबलपुर एडीसीपी सूर्यकांत शर्मा ने कहा बारिश को लेकर पुलिस अलर्ट मोड पर है. पिकनिक स्पॉट्स पर नज़र रखी जा रही है. बोर्ड्स भी लगाए गए हैं. हमारी पेट्रोलिंग टीम पर्यटकों को भी पानी से बाहर रहने की हिदायत दे रही है. जो जान कर ऐसे काम करता है उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.

डैम हों या वॉटर फॉल मानसून में भीड़ के सामने सुरक्षा इंतज़ाम अक्सर नाकाफी लगते हैं, कई जगहों पर तो गॉर्ड्स सिर्फ वीकेंड पर आते हैं. गोद में बच्चे लेकर आए लोग, फोटो क्लिक करती सेल्फी पीढ़ी शायद भूल जाती है कि ये पानी सुंदर है. लेकिन निर्दयी भी. हम घूमने निकलते हैं… कहकर कि "बस कुछ देर में लौटते हैं" लेकिन कई बार लापरवाही लौटने नहीं देती ... सिर्फ ये एक पल की लापरवाही… मां की आंखें सूनी कर सकती है ... ज़िंदगी सिर्फ हमारी नहीं होती… वो उन सबकी होती है जो हमें प्यार करते हैं. इसलिए, घूमें फिरें लेकिन सावधानी के साथ.

मंत्री ने क्या कहा?

मामले में जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा जितने भी बांध है वहां के लोगों को निर्देशित किया है कि डैम की निगरानी करें ताकि ऐसी कोई स्थिति ना बने जिससे परेशानी बढ़े. हर जगह सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किये गए हैं. भोपाल में जो मौत हुई उसकी समीक्षा करेंगे. हम सबसे बात करेंगे पुलिस से निगम से ताकि हर व्यक्ति की सुरक्षा और रक्षा की जा सके.

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