Cyber ठगों के हौसले तो देखिए! High Court के जज के नाम से फर्जी आईडी बनाकर लोगों से ऐसे मांगे पैसे

MP News: साइबर ठगों का मनोबल इतना बढ़ गया है कि अब हाईकोर्ट के जज को भी अपने झांसे में ले लिया. उनके नाम से फेक आईडी बनाकर लोगों से पैसे ऐंठने का काम रहे लोगों का पर्दाफाश हुआ है.

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Cyber Crime: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर (Gwalior) से साइबर ठगी (Cyber Fraud) का नया मामला सामने आया. यहां हाईकोर्ट जस्टिस (High Court Justice) के नाम से वॉटसएप (WhatsApp) पर फेक आईडी (Fake ID) बनाने और लोगों से पैसो की डिमांड करने का सनसनीखेज मामला सामने आया. हाईकोर्ट जज की फोटो लगी, उनके ही नंबर जैसी आईडी बनाकर ठग ने उनके परिचित और कुछ पूर्व कर्मचारियों को मैसेज कर तत्काल आर्थिक मदद करने की बात कही.

जज साहब को इस घटनाक्रम का पता तब चला, जब उनके ही एक कर्मचारी ने उन्हें फोन कर बताया. ठगी का पता चलने पर जस्टिस ने एडीपीओ (SDOP) के जरिये ग्वालियर एसपी (Gwalior SP) से इसकी लिखित आवेदन देकर शिकायत की. एसपी ने एडीपीओ की शिकायत पर क्राइम ब्रांच प्रभारी को कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया था. एसपी के निर्देश पर क्राइम ब्रांच प्रभारी (Crime Branch) ने अज्ञात ठगों के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है.

ऐसे करते थे लाखों की ठगी

Online Fraud करने वाले शातिर ठगों ने ग्वालियर में तरह-तरह से लोगों को ठगने का जाल फैला रखा है. यह गिरोह बेखौफ होकर बड़ी-बड़ी हस्तियों के नाम से Fake ID बनाकर लोगों के साथ ठगी करता है. जब तक पुलिस कार्रवाई कर पाती है, तब तक ठग हर बार कोई न कोई नया तरीका इस्तेमाल करते हुए फिर किसी और को अपना शिकार बना लेते हैं. इस बार ग्वालियर में ठगों ने एक जस्टिस के नाम और फोटो का सहारा लिया.

साइबर ठगी का नया मामला आया सामने

इसके लिए ठगों ने High Court Judge संजीव एस कालगांवकर का दुरुपयोग किया. व्हाट्सअप पर उनका फोटो और नाम लिखकर उनके मोबाइल नंबर से एक फेक व्हाट्सएप ID जनरेट किया. इसके बाद उन्होंने जज के परिचित और कर्मचारियों से पैसे मांगना शुरू कर दिए . एक कर्मचारी के जरिये जैसे ही जज साहब को इसका पता चला, वैसे ही एडीपीओ दीपक मिश्रा को क्राइम ब्रांच थाने भेजा. 

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पहले भी कर चुके है ऐसी जुर्रत

यह पहला मौका नहीं है जब ठगों ने न्यायपालिका से जुड़ी फर्जी आईडी बनाई हो. बल्कि, इससे पहले तत्कालीन (अब पूर्व) अतिरिक्त महाअधिवक्ता एमपीएस रघुवंशी के नाम से भी सोशल मीडिया पर ठीक इसी तरह फर्जी  आईडी बनाकर लोगों से रुपयो की डिमांड की थी. तब भी इसकी शिकायत साइबर सेल से हुई थी, लेकिन अभी तक उस मामले में एक भी आरोपी नहीं पकड़ा गया है. 

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साइबर सेल ने शुरू की तलाश

इस मामले में साइबर पुलिस ने केस दर्ज होने की पुष्टि की. उसका कहना है कि ठग द्वारा हाईकोर्ट न्यायाधिपति के नाम से फेक व्हाट्सएप आईडी बनाकर लोगों से ठगी करने के प्रयास का मामला सामने आया. उसने कई और लोगों को मैसेज भेजकर पैसों की मांग की. फिलहाल क्राइम ब्रांच थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. आरोपी के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.

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