Corruption: यहां बह गया भ्रष्टाचार का तालाब, MLA ने की पड़ताल, जिम्मेदार कौन?

Corruption in MP: मध्य प्रदेश में बारिश ने भ्रष्टाचार की पोल खोलकर रख दी है. पहली ही बारिश को तालाब नहीं झेल पाया. विधायक ने अधिकारियों की क्लास लगा दी तो रेंजर ने कहा ठेकेदार ने यह कारनामा कर दिया. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला?

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Corruption in Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में अजब-गजब घटनाएं होती रहती है. यहां भ्रष्टाचार (Corruption) भी चीख मारकर अपने सबूत खुद ही देने लगता है. हालिया मामला सागर (Sagar) जिले से आया है, जहां पहली बरसात (Rain) में ही 'भ्रष्टाचार' का तालाब ढह गया. यह तालाब वन विभाग (Forest Department) के अंतर्गत आता है. बंडा विधायक (MLA) जब इस तालाब का निरीक्षण करने पहुंचे तो भ्रष्टाचार की पोल खुलकर सामने आ गयी. प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तर वन मंडल के वन परिक्षेत्र अधिकारी शुभम जैन की देख रेख में 20 लाख रुपए की लागत से कार्य करवाए गए थे. लेकिन तय मापदंडों का पालन ना करने से यह तालाब पहली ही बारिश में बह गया.

ऐसे खुली पोल

जब बंडा विधायक वीरेंद्र सिंह वन विभाग के अधिकारियों के साथ गिदवानी बीट पर बनाए गए तालाब का निरीक्षण करने पहुंचे तो उन्होंने मौके पर जाकर देखा तो यह पाया कि पानी को रोकने के लिए मिट्टी से बनाया गया तालाब पहली ही बारिश में बह गया.

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अधिकारियों की सांठ-गांठ से जंगल की मिट्टी खोदी गई और इसी मिट्टी से भराव किया गया. मिट्टी इस तरह की थी जिस पर अधिक पिचिंग करना संभव नहीं था. इसके साथ ही मिट्टी से भराव करने के बाद पत्थरों से इसे सजा दिया गया, जिससे भ्रष्टाचार दिखाई न दे, लेकिन पहली बारिश ने ही भ्रष्टाचार की पोल खोल दी.

जिम्मेदारों का क्या कहना है?

रेंजर शुभम जैन ने इसमें ठेकेदार की लापरवाही बताया है. लेकिन ये पूरा काम रेंजर की देखरेख में किया गया था. बंडा विधायक ने मौके पर पहुंच कर रेंजर को कड़ी फटकार लगाई और कहा की सरकार की राशि का वह दुरुपयोग नहीं होने देंगे.

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