Toxic Waste of Union Carbide Factory Bhopal: मध्य प्रदेश के इंदौर के पीथमपुर में भोपाल गैस त्रासदी के जहरीले कचरे जलाने के खिलाफ में लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इस दौरान 2 युवकों ने आत्मदाह की कोशिश की. लगातार हो रहे विरोध प्रदर्शन के बाद कचरे जलाने की आगे की प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई है. वहीं रोक के बाद यूनियन कार्बाइड से निकाला गया जहरीला कचरा नहीं जलाया जाएगा. यह फैसला देर रात सीएम हाउस में हुई बैठक में लिया गया है.
जहरीले कचरे के विरोध में बवाल के बाद CM हाउस में बैठक
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, 'पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड के कचरे के निष्पादन के संबंध में अति आवश्यक बैठक ली. बैठक में उपस्थित सभी सदस्य एकमत हैं कि हमारा निर्णय माननीय न्यायालय के निर्देशों के अनुरूप है और जनता का कोई भी अहित न हो इसके लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है.
जहरीले कचरे जलाने के आगे की प्रक्रिया पर रोक
CM ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि राज्य सरकार जनता के साथ दृढ़ता से खड़ी है. जनता का किसी भी प्रकार अहित हो, यह हम बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे. माननीय न्यायालय के सामने विषय लाएंगे और न्यायालय के आदेश के परिपालन में ही किसी कार्यवाही पर आगे बढ़ेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने न्यायालय की याचिकाओं और आदेशों के तारतम्य में सुरक्षा मापदंडों का परिपालन करते हुए केवल परिवहन किया है.
लोगों से भ्रम में न रहने की अपील
सीएम मोहन यादव ने लोगों से भ्रम में न रहने की अपील करते हुए कहा, 'मैं जनता से अपील करता हूं कि किसी भी अफवाह या भ्रम की खबरों पर विश्वास नहीं करे. मैं और मेरी सरकार आपके साथ है.'
इन अधिकारियों की उपस्थिति में हुई हाई लेवल की बैठक
बता दें कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शुक्रवार देर रात्रि मुख्यमंत्री निवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक ली. इस बैठक में यूनियन कार्बाइड के कचरे के परिवहन और पीथमपुर के निकट निष्पादन किए जाने के संबंध में वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों और शीर्ष प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया गया.
इस बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. यादव, उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, राजेंद्र शुक्ल, वरिष्ठ सांसद और प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, नगरीय विकास व आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और मुख्य सचिव अनुराग जैन, मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना, प्रमुख सचिव विधि सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.
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