
मध्य प्रदेश में छिंदवाड़ा जिले के एक गांव वाले अचानक उल्टी-दस्त की बीमारी का शिकार हो गए. अचानक 50 से ज्यादा लोगों की तबीयत बिगड़ने पर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया. इस दौरान डॉक्टर्स की टीम मौके पर पहुंची और तत्काल इलाज शुरू किया है. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है. मामला अमरवाड़ा के रजोला गांव का बताया जा रहा है.
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में दूषित पानी पीने के कारण कई लोगों को उल्टी-दस्त की शिकायत हुई. कई लोगों को स्थानीय अस्पताल और निजी क्लीनिकों में भर्ती कराया है. प्रशासनिक अमला और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव पहुंचकर हालात का जायजा लिया और कुएं व हैंडपंपों से पानी के सैंपल लिए हैं. साथ ही ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे फिलहाल कुएं का पानी उपयोग न करें.
70 परिवारों में मिली थी शिकायत
एसडीएम ने बताया कि 70 परिवारों में शिकायत मिली घटना की जानकारी मिलते ही अमरवाड़ा एसडीएम हेमकरण धुर्वे, स्वास्थ्य विभाग एवं पीएचई विभाग की टीम मौके पर पहुंची. अधिकारियों ने गांव में निरीक्षण किया और पानी के स्रोतों की जांच की. एसडीएम धुर्वे ने बताया जैसे ही सूचना मिली कि रजोला गांव में उल्टी-दस्त का प्रकोप है, स्वास्थ्य विभाग की टीम को तत्काल गांव भेजा गया. करीब 70 परिवारों में दस्त की शिकायत थी. टीम ने घर-घर जाकर दवाएं वितरित की हैं और पानी की आपूर्ति के स्रोत की जांच की है.
कुएं का पानी न पीने की सलाह
फिलहाल गांव की स्थिति सामान्य है और लोगों को सलाह दी गई है कि दो दिनों तक कुएं का पानी उपयोग न करें. पानी के सैंपल जांच के लिए भेजे गए पीएचई विभाग ने कुएं और बोरवेल के पानी के नमूने एकत्र किए हैं, जिन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है. अधिकारियों का कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद ही बीमारी के सटीक कारणों की पुष्टि हो पाएगी. इस बीच स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में कैंप लगाकर घर-घर जाकर मरीजों की जांच कर रही है. बीमार लोगों को ओआरएस घोल, दवाइयां और जरूरी चिकित्सा सुविधा दी जा रही है.
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