उज्जैन में बिना सूर्य उदय के छठ पूजा संपन्न, व्रती महिलाओं दिया अर्घ्य, सीएम मोहन यादव भी हुए शामिल 

Chhath Puja Performed Without Sunrise: चार दिवसीय छठ पूजन पर्व की शुरुआत 25 अक्टूबर को ‘नहाय-खाय’ के साथ हुई. इसके बाद 26 को ‘खरना’, 27 को निर्जल उपवास कर सायंकालीन अर्घ्य दान दिया गया. आज सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ इस का समापन हो गया.

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Chhath Puja Performed Without Sunrise in Ujjain: छठ पूजा, उज्जैन, मुख्यमंत्री मोहन यादव, विक्रम सरोवर, मध्य प्रदेश त्योहार, छठ महापर्व, सूर्य अर्घ्य, सूर्योदय पूजा, शिप्रा नदी, बिहार उत्सव, उत्तर प्रदेश पर्व, धार्मिक आयोजन, छठ पूजा 2025, हिंदू परंपरा, व्रती महिलाएं, श्रद्धा और आस्था, सूर्य उपासना, उज्जैन छठ पर्व, एमपी न्यूज, मोहन यादव समाचार

मध्य प्रदेश के उज्जैन में सूर्य को अर्ध्य देकर छठ पूजा का समापन किया गया. विक्रम सरोवर पर हुए आयोजन में सीएम डॉ. मोहन यादव भी शामिल हुए. इस दौरान खास बात यह रही कि बादल छाए रहने के कारण सूर्य उदय नहीं होन पर भी सीएम ने व्रतियों के साथ अर्घ्य अर्पित कर प्रदेशवासियों के लिए मंगल कामना की.

दरअसल, चार दिन तक चलने वाला छठ महापर्व मंगलवार को संपन्न हो गया. सुबह 7.30 बजे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव विक्रम सरोवर पर आयोजित छठ पूजन में शामिल हुए. उन्होंन व्रती महिलाओं के साथ पूजा कर प्रदेशवासियों की तरक्की और खुशहाली की मंगल कामना की.इसके अलावा बड़ी संख्या में व्रती महिलाओं ने शिप्रा नदी और तालाबों पर पहुंचकर भी सूर्य को अर्घ्य देकर छठी मइया की पूजा-अर्चना की. 

सीएम बोले- छठ पूर्वांचल का प्रमुख पर्व

छठ पूजन में शामिल हुए सीएम यादव ने कहा कि छठ पूर्वांचल का प्रमुख पर्व है, जिसमें महिलाएं परिवार के लिए कठोर व्रत रखती हैं. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश नदियों का मायका है. यहां चढ़ाया गया जल क्षिप्रा नदी से होकर चंबल, यमुना और फिर गंगा नदी तक पहुंचता है.

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चार दिन चला छठ पर्व 

चार दिवसीय छठ पूजन पर्व की शुरुआत 25 अक्टूबर को ‘नहाय-खाय' के साथ हुई. इसके बाद 26 को ‘खरना', 27 को निर्जल उपवास कर सायंकालीन अर्घ्य दान दिया गया और आज सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ इस महापर्व का समापन हो गया. इस दिन महिलाओं और परिवार के लोगों ने सूर्य को अर्घ्य देकर संतान की लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना की. 

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