Chhath Puja 2025 Surya Arghya: सूर्य उपासना के महापर्व छठ पूजा का आज तीसरा दिन है.आज बड़ी संख्या में व्रती महिलाएं घाट पहुंचकर पानी और दूध से डूबते सूर्य को अर्ध्य देंगी और घर की सुख-समृद्धि, संतान की लंबी उम्र की कामना करेंगी. घाट पर होने वाली पूजा के मद्देनजर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के 52 घाटों को साफ कर सजाया गया है. सभी घाट पूजा के लिए तैयार किए गए हैं.
सजाए गए 52 छठ घाट
राजधानी भोपाल के 52 छठ घाटों को दुल्हन की तरह सजाया गया है. बास-बल्ले और रंगीन कपड़े से घाटों को सजाया संवारा गया है. नव युवकों की टोली घाटों की सफाई कर सजावट की गई है. घाटों पर पंडाल बनाए गए हैं.
क्यों दिया जाता है डूबते सूर्य को अर्घ्य?
छठ पर्व सूर्य उपासना का सबसे प्राचीन और वैज्ञानिक रूप है. हिंदू धर्म में सूर्य को आरोग्य और जीवन का देवता माना गया है. छठ पर्व में न केवल उगते बल्कि डूबते सूर्य की भी पूजा की जाती है, जो इसे अन्य सभी पर्वों से अलग बनाता है.