
छतरपुर के राजनगर विधानसभा के कुछ गांवो में विकास देखने की कितनी भी कोशिश कर लीजिए आपको दूर दूर तक धुंधला विकास भी नहीं दिखेगा. यहां के लोग सरकार को आते-जाते तो देख रहे हैं लेकिन विकास अभी तक नहीं देखा है.
कई गांवो में नहीं हैं सड़केंराजनगर के कई गांवों में आज भी सड़क नहीं है, जी हां आप सही पढ़ रहे हैं, यहां बात सड़कों के ना होने की हो रही है आधुनिकता के इस दौर में सड़क ही नहीं है. और ऐसा भी नहीं है कि यहां पहले कभी कोई सड़क रही हो जो बाद में सरकार की अनदेखी की वजह से खस्ताहाल हो गई हो या गायब हो गई हो.
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जमुनयां गांव की हालत बेहद खराबचौबर ग्राम पंचायत के जमुनयां गांव में आजादी के बाद से कोई पक्की सड़क नहीं है. यहां के कई गांव के रहने वाले ग्रामीण मूलभूत सुविधाएं ना होने के कारण सरकार से खासे नाराज दिखाई पड़ रहे हैं. गांव के लोग कह रहे हैं कि रोड नहीं तो वोट नहीं.

जमुनयां गांव की हालत है खस्ताहाल, पक्की सड़क ना होने के कारण गांव वालों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है
झूठा आश्वासन मिलता हैग्रामीणों का कहना है हर बार चुनाव के दौरान जनप्रतिनिधि ग्रामीणों को सिर्फआश्वासन देकर दोबारा गांव की तरफ नहीं आते हैं. जिससे ग्रामीणों ने परेशान होकर आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने की बात कर रहे हैं. ग्रामीण "रोड नहीं तो वोट नहीं" का अभियान चला रहे हैं
18 साल से बीजेपी है सत्ता मेंएक ग्रामीण ने कहा कि पर सत्ता पर लगभग 18 साल से बीजेपी का कब्जा है तो हमने सोचा क्यों ना बीजेपी के जिला अध्यक्ष से बात की जाए इसलिए छतरपुर भाजपा जिला अध्यक्ष मलखान सिंह एवं भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण नापित से इस बारे में बात की अब देखना होगा कि क्या इस बार इस समस्या का समाधान निकल पाता है या नहीं?