Cheetah Reintroduction: कूनो नेशनल पार्क में रहने वाले चीता नेशनल पार्क छोड़कर शिवपुरी की तरफ लगातार रुख कर रहे हैं. एक महीने चीतो के इस समूह का शिवपुरी के गांव में पहुंचने का यह दूसरा मामला है.
इससे पहले चीतों का यह ग्रुप शिवपुरी जिले के रातौर करौली क्षेत्र के पिपरसमा गांव में देखा गया था. जहां किसान के खेत में बाकायदा एक के पीछे एक पांच चीते लगातार देखे गए थे. बताया जा रहा है कि ग्रामीण क्षेत्र में मौजूद पालतू मवेशियों के शिकार की फिराक में इन चीतों ने इस तरफ रुख किया है.
रिहायशी इलाकों के चीतों के आने से बढ़ी दहशत
यहां यह बताना जरूरी है कि चिता समूह का इस तरह शिवपुरी के ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचने का यह एक महीने में दूसरा मामला है. इससे पहले शिवपुरी के कई ग्रामीण क्षेत्रों में पालतू मवेशियों को जंगली जानवर अपना निशाना बना चुके हैं. यही वजह है कि चीते के समूह को देखकर आसपास के ग्रामीणों में दहशत है. हालांकि, अच्छी बात यह है कि चीता समूह ने अभी तक किसी भी इंसान पर हमला नहीं बोला है. ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन प्रशासन को दे दी है. इसके बाद वन प्रशासन ने मौके की निगरानी करना शुरू कर दिया है.इसके अलावा, कूनो नेशनल पार्क की टीम भी लगातार चीतों की ट्रैकिंग में लगी है.
शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क से लगा हुआ है कूनो
दरअसल, कूनो नेशनल पार्क में रहने वाले ये चीते आमतौर पर वहीं रहते हैं, लेकिन कभी-कभी यह इलाका छोड़कर शिवपुरी की तरफ रुख करने लगते हैं. इसकी वजह यह है कि माधव नेशनल पार्क कूनो नेशनल पार्क से ही लगा हुआ है.
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माधव नेशनल पार्क को हाल ही में टाइगर रिजर्व घोषित किया गया है. ऐसे में शिवपुरी नेशनल पार्क में मौजूद टाइगर, तेंदुआ और अब इस तरह चीता की मौजूदगी इन जानवरों के बीच संघर्ष की स्थिति भी निर्मित कर सकता है. इसको लेकर वन प्रशासन लगातार सतर्कता बरत रहा है. वहीं, पालतू मवेशियों को भी बड़ा खतरा पैदा हो गया है.