Check-Dam Scam: रोजगार गारंटी योजना के तहत करीब 16 लाख रुपए की लागत से बनाया जा रहा चेकडैम बुधवार को टूटकर तीन हिस्सों में बंट गया. कागज के तिनके की तरह बिखरे निर्माणाधीन चेकडैम के निर्माण में हुए घोटाले को लेकर अब लोग लामबंद हो गए हैं और सरपंच, सचिव, उपयंत्री और सहायक यंत्री पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है.
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़े लाखों की लागत से बन रहे चेकडैम
गौरतलब है आदिवासी बाहुल्य डिंडौरी जिले में जल संरक्षण के नाम पर सरकारी निर्माण कार्यों में खूब भ्रष्टाचार हो रहा है. ताजा मामला मेंहदवानी जनपद के ग्राम पंचायत मटियारी का है, जहां करीब 5 महीने पहले रोजगार गारंटी योजना के तहत केरी नाला में लाखों रुपये की लागत से दो चेकडैम का निर्माण कराया गया है, लेकिन दोनों ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुके हैं.
कांक्रीट से बना चेकडैम टूटकर तीन हिस्सों में बंट गया
रिपोर्ट के मुताबिक टूटकर गिरे निर्माणाधीन चेकडैम के मलबे के कांक्रीट के अंदर नजर आ रहे बोल्डर और सीमेंट खुद ही भ्रष्टाचार की गवाही दे रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया की बिना बेस के ही जल्दबाजी में चेकडैम का घटिया निर्माण कराया गया है परिणामस्वरूप चेकडैम टूटकर बिखर गया है.
22 लाख की लागत से बन रहा चेकडैम भी क्षतिग्रस्त
22 लाख रुपए की लागत से केरी नाला से 100 मीटर दूर बनाए जा रहा दूसरा चेकडैम भी भ्रष्टाचार का शिकार है, जो निर्माण के बाद से जगह जगह से क्षतिग्रस्त नजर आ रहा है. सरकारी दस्तावेजों में पूर्ण हुए इस चेकडैम के नीचे से पानी का रिसाव हो रहा है. तो चेकडैम में कई जगहों पर गड्ढे नजर आ रहे हैं.
ग्रामीणों बोले, जब चेकडैम बन रहा था, तब वे बेहद खुश थे
ग्रामीणों ने सरपंच सचिव उपयंत्री एवं सहायक यंत्री पर चेकडैम के निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कार्यवाही की मांग की है. ग्रामीणों का कहना की जब चेकडैम बन रहा था, तब वे बेहद खुश थे कि चेकडैम में जल संरक्षण होने से खेतों की सिंचाई के लिए उन्हें आसानी से पानी नसीब होगा, लेकिन भ्रष्टाचारियों ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया.
जिस चेकडैम का हिस्सा टूटा है, वह अभी निर्माणाधीन है
मामले पर उपयंत्री चेतराम साहू का कहना है कि जिस चेकडैम का हिस्सा टूटा है, वह अभी निर्माणाधीन है. सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि मूसलाधार बारिश के कारण ये स्थिति निर्मित हुई है. वहीं क्षतिग्रस्त दूसरे चेकडैम पर गोलमोल जवाब दिया. साफ है कि जनपद पंचायत के सीईओ सब कुछ जानकर अंजान बन रहे हैं और जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रहे हैं.
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