Madhya Pradesh : मैहर (Maihar) जिले के रामनगर (Ramnagar ) से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां शासकीय प्राथमिक विद्यालय तेंदुहा (Tenduha) में पदस्थ शिक्षक राकेश कुमार पर एक गंभीर आरोप लगा है. शिक्षक राकेश ने फर्जी BPL कार्ड बनवाने के नाम पर एक शख्स से ढाई हजार रुपए वसूले हैं. इस मामले की शिकायत SDM रामनगर डॉक्टर आरती सिंह से की गई है, जिसके बाद प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है.
फर्जी BPL कार्ड का मामला
शिक्षक राकेश कुमार निगम ने फरियादी सनिल तिवारी को BPL कार्ड बनवाने का झांसा दिया और इसके लिए फोन-पे के माध्यम से ढाई हजार रुपए भी वसूल लिए. फरियादी इसके बाद शिक्षक की तरफ से जारी किए पत्र पर हस्ताक्षर के लिए तहसीलदार के पास पहुंचा लेकिन जब तहसीलदार ने आदेश की कॉपी की जांच की, तो उन्हें उसमें तारीख और नंबर का कोई उल्लेख नहीं मिला. इसके बाद फरियादी को समझ में आया कि वे धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं.
दो बार फोन-पे पर लिए पैसे
शिक्षक ने BPL कार्ड के नाम पर दो बार फोन-पे के माध्यम से पैसे लिए थे. इस धोखाधड़ी की जानकारी मिलने के बाद सनिल तिवारी ने सभी साक्ष्य अधिकारियों के सामने पेश किए हैं. इस मामले में अब प्रशासनिक स्तर पर बड़ी कार्रवाई की संभावना है.
SDM ने ने शुरू कराई जांच
शिकायत के आधार पर रामनगर SDM डॉक्टर आरती सिंह ने रामनगर तहसीलदार और थाना प्रभारी को पत्र लिखकर मामले की जांच के आदेश दिए हैं. आरती सिंह ने NDTV से बातचीत में बताया कि शिकायत मिलने के बाद उन्होंने जांच की बात कही है और जल्द ही इस मामले में कार्रवाई की जाएगी.
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कर्मचारियों में भ्रष्टाचार
यह पहली बार नहीं है जब सरकारी कर्मचारियों की अनियमितताओं की शिकायतें सामने आई हैं. इससे पहले भी कई बार ऐसे मामले प्रकाश में आ चुके हैं, जिनमें कर्मचारियों ने जनता को ठगा है... जबकि गौर करने वाली बात है कि सरकारी वेतन के बाद भी कई कर्मचारियों का पेट नहीं और भरता और अक्सर वो भ्रष्टाचार करने पर उतारू हो जाते हैं.
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