BJP MLA Pradeep Patel Video- मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक विधायक का वीडियो बुधवार को सोशल मीडिया पर सामने आया, जिसमें कथित तौर पर उन्हें एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के सामने दंडवत करते हुए दिखाया गया है. उन्होंने आरोप लगाया गया है कि वह और कुछ अन्य पुलिस वाले गुंडों द्वारा उन्हें 'मार' डालना चाहते हैं. वीडियो वायरल होने के बाद विधायक का इस पर बड़ा बयान सामने आया है.
वायरल वीडियो में, विधायक प्रदीप पटेल (BJP MLA Pradeep Patel) मऊगंज जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अनुराग पांडे के सामने अपना चेहरा नीचे करके और हाथ फैलाकर फर्श पर लेटे हुए दिखाई दे रहे हैं. मऊगंज के विधायक को पांडे से यह कहते हुए सुना जा सकता है कि उन्होंने और अन्य पुलिस अधिकारियों ने गुंडों से उन्हें 'मार' डालने के लिए कहा है. वहीं पांडे, अपनी ओर से सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक के दावे का खंडन करते हुए सुने जा सकते हैं.
क्या बोले विधायक?
वीडियो वायरल होने के बाद विधायक ने कहा कि हमारी सरकार ने तय किया है कि पूरे प्रदेश में किसी भी तरह के माफिया हों उनका विरोध करना है. जनता ने भी इसी विश्वास के साथ बीजेपी की पांचवीं बार सरकार बनाई. केंद्र में भी तीसरी बार सरकार बनी. केंद्र और प्रदेश की सरकार दोनों ही ऐसे माफियाओं का विरोध करती है. ऐसे में यहां के सांसद, मंत्री और विधायक इनका समर्थन नहीं कर सकते. तब यहां के नशे के कारोबारियों और माफियाओं ने आईजी और एएसपी को अपना मोहरा बनाया और उनके संरक्षण में अपना काम कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया, “मैंने इन अधिकारियों से बार-बार इसकी शिकायत की और लिख कर भी दिया. सरकार का जो नशा विरोधी अभियान चल रहा है, इसके बीच में कोई कर्मचारी अगर गड़बड़ करता है तो हम उन्हें छोड़ेंगे नहीं.”
वीडियो में क्या है?
वीडियो में एएसपी पांडे विधायक से पूछते सुनाई दे रहे हैं कि जब वह अपने कार्यालय में प्रवेश करते हैं, तो समस्या क्या है. जवाब में पटेल कहते सुनाई देते हैं, "कोई समस्या नहीं है, लेकिन आप मुझे गुंडों से मरवाना चाहते हैं." पटेल बाद में यह कहते हुए सुने गए कि गुंडों ने कहा है कि एएसपी और आईजी ने उन्हें उसे मारने और इनाम पाने के लिए कहा था.
विधायक ने एसपी को लिखा पत्र
बुधवार को, पटेल ने मऊगंज जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) और रीवा जोन के महानिरीक्षक (आईजी) को एक पत्र भी भेजा, जिसमें क्षेत्र में अवैध मादक पदार्थ व्यापार की ओर उनका ध्यान आकर्षित किया गया. मऊगंज एसपी रसना ठाकुर ने कहा कि वीडियो उनके संज्ञान में आया है और उन्होंने पटेल का पत्र मिलने की पुष्टि की है.
पत्र में पटेल ने मादक पदार्थ के कारोबार में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. ठाकुर ने कहा कि पुलिस मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है और उन्होंने हाल ही में राजधानी भोपाल से करीब 570 किलोमीटर दूर जिले में गांजा और प्रतिबंधित कफ सिरप की बोतलों की जब्ती का भी जिक्र किया. एसपी ने कहा कि विधायक ने पुलिस को कुछ विवरण और जानकारी दी है और उन पर कार्रवाई के लिए टीमें गठित की गई हैं.
सूत्रों ने बताया कि पटेल बुधवार को आईजी से मिलने रीवा गए थे, लेकिन उनसे मुलाकात नहीं हो सकी. आईजी (रीवा जोन) को संबोधित पत्र में भाजपा विधायक ने आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा प्रभावी कार्रवाई के अभाव में मऊगंज जिले में अवैध मादक पदार्थ का कारोबार बढ़ रहा है. पटेल ने आगे दावा किया कि अपराधियों में कानून का कोई डर नहीं है और जिले में हत्या, बलात्कार, चोरी और लूट सहित अपराध बढ़ रहे हैं.
वीडियो पर शुरू हुई सियासत
इस बीच, विपक्षी कांग्रेस ने इस क्लिप को भुनाते हुए दावा किया कि भाजपा शासित राज्य में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो गई है. कांग्रेस नेता अरुण यादव ने एक्स पर वीडियो शेयर किया और एक पोस्ट में कहा: "मऊगंज से भाजपा विधायक प्रदीप पटेल पुलिस अधिकारियों के सामने झुककर अपनी सुरक्षा की भीख मांग रहे हैं. यह कांग्रेस के दावों का सबूत है कि राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है."
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पूछा, "जब सत्ताधारी विधायक को अपनी सुरक्षा के लिए झुकना पड़ता है, तो पुलिस हमारी बहनों, बेटियों और आम लोगों की सुरक्षा कैसे करेगी?" यादव के बयान के बारे में पूछे जाने पर प्रदेश भाजपा प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि कांग्रेस हमेशा निराधार आरोप लगाती है. चतुर्वेदी ने कहा कि भाजपा सरकार प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा कर रही है और मध्य प्रदेश में कानून-व्यवस्था की कोई समस्या नहीं है.