
Chhattisgarh Fraud: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में सरकारी नौकरी दिलाने (Bilaspur fraud) के नाम पर 43 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. इस मामले में तखतपुर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. फिलहाल सभी को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है. जानकारी के मुताबिक, आरोपियों ने खाद्य निरीक्षक, पटवारी, हॉस्टल अधीक्षक पद दिलाने का झांसा दिया था.
सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 43 लाख की ठगी, 3 आरोपी गिरफ्तार
तखतपुर पुलिस ने सरकारी नौकरी दिलाने का झासा देकर ठगी करने वाले के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. इस मामले में विष्णु राजपूत, सीमा सोनी और सूर्यकांत जायसवाल को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने राशि लेने और देने वाले, दोनों पर केस दर्ज कर गिरफ्तारी की कार्रवाई की. बता दें कि इस मामले में एक अन्य आरोपी जावेद खान पहले से ही जेल में बंद है.
इन पदों पर नौकरी दिलाने का दिया था झांसा
पुलिस के मुताबिक, पीड़ित सूर्यकांत जायसवाल ने अपने बच्चों को सराकरी नौकरी दिलाने के लिए साल 2022 से 2023 के बीच ग्राम निगरबंद निवासी विष्णु प्रसाद राजपूत, विनोबानगर निवासी सीमा सोनी और जावेद खान को कुल 43 लाख रुपये की राशि अलग-अलग किस्तों में दी थी. यह राशि खाद्य निरीक्षक, पटवारी, हास्टल अधीक्षक के पदों पर नियुक्ति के लिए दिया था.
रिश्वत देने वाला भी गिरफ्तार
जांच के दौरान ये पाया गया कि सूर्यकांत जायसवाल ने गैरकानूनी तरीके से शासकीय सेवा प्राप्त करने का प्रयास किया. ऐसे में वो भी आरोपियों में शामिल हो गया, जिसने ठगों को रुपये दिए थे. इस तरह पहली बार नौकरी के नाम पर रुपये देने वाले व्यक्ति को भी आरोपी बनाते हुए गिरफ्तार किया गया है.
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