Bhopal Raid: आयकर विभाग ने जिस गोल्डन कार को पकड़ा था, उस पूरे मामले की जानकारी के लिए सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स (सीबीडीटी) ने तालाब की है. फिलहाल आयकर विभाग की तरफ से इस पूरे मामले में बोर्ड के सदस्यों को जानकारी दी जा रही है. साथ ही आयकर विभाग ने परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के ठिकानों पर हुई लोकायुक्त की छापेमारी के दस्तावेज भी भोपाल लोकायुक्त दफ्तर से तलब किए हैं. आयकर विभाग अभी तक यह पता नहीं लग पाया है कि नगदी और सोने को कहां ले जाया जा रहा था.
काले खजाने के मालिक की तलाशी
इस मामले में आयकर विभाग अभी तक खाली हाथ है. उसके हाथ वो शख्स नहीं लगा है जो यह गाड़ी छोड़कर भागा था. इसके अलावा आईटी डिपार्टमेंट इस काले खजाने के मालिक की तलाश कर रहा है.
सवालों के घेरे में परिवहन विभाग
वहीं इस छापेमारी के बाद मध्य प्रदेश का परिवहन विभाग भी सवालों के घेरे में है. दरअसल, जिस गाड़ी का काली कमाई को लाने ले जाने में इस्तेमाल किया जा रहा था उसे गाड़ी से परिवहन विभाग की नेम प्लेट और परिवहन आरक्षक की कैप भी बरामद हुई है.
लोकायुक्त पुलिस और IT के हाथ लगा खजाना
दरअसल, आयकर विभाग और लोकायुक्त पुलिस बीते 2 दिनों से राजधानी भोपाल में छापेमारी की कार्रवाई कर रही है. इस कार्रवाई के दौरान आयकर विभाग को भोपाल के मेंडोरा के जंगल में लावारिस हालत में इनोवा क्रिस्टा गाड़ी मिली थी, जिसमें से 15 करोड़ रुपये और 55 किलो सोना बरामद किया गया था. इसके अलावा लोकायुक्त पुलिस परिवहन विभाग के पूर्व हवलदार सौरभ शर्मा के दो ठिकानों पर छापा मारा था. इस दौरान अधिकारियों को सौरभ शर्मा के ठिकानों से 245 किलो चांदी, 8.50 करोड़ रुपये कैश, 67 प्रॉपर्टी से जुड़े दस्तावेज, 50 लाख के सोने-हीरे, 4 एसयूवी और नोट गिनने की 7 मशीनें भी मिली है. बता दें कि लावारिस हालत में मिली गाड़ी सौरभ शर्मा के पार्टनर चेतन गौर की है.
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