Bhopal News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में अपनी मांगों को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे बिजली कर्मियों (Electricity workers) ने अब हड़ताल खत्म कर दी है. पावर मैनेजमेंट कंपनी के एमडी से बातचीत के बाद सभी बिजली कर्मियों ने हड़ताल स्थगित कर दी है.
हड़ताल पर थे 70 हजार कर्मचारी
अपनी 8 सूत्री मांगों को लेकर बिजली अभियंता एवं कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल (Indefinite Strike) पर चले गए थे. इस हड़ताल में अभियंता संघ, यूनाइटेड फोरम, पावर इंजीनियर संगठन के लोग शामिल थे.
शक्ति भवन के सामने हुआ प्रदर्शन
मध्य प्रदेश विद्युत मंडल के कर्मचारी और अधिकारियों ने अपनी आठ सूत्रीय मांगों को लेकर जबलपुर स्थित प्रदेश के बिजली मुख्यालय शक्ति भवन के सामने प्रदर्शन किया था. इन कर्मचारियों की मांग थी कि प्रदेश की विद्युत कंपनियों का निजीकरण रोका जाए, पेंशन सुरक्षा सुनिश्चित की जाए, पेंशनर्स को महंगाई भत्ता दिया जाए, संविदा और आउटसोर्स कर्मचारियों को नियमित किया जाए.
इन मांगों पर बनी सहमति
- . जेन्को की पूर्ण स्वामित्व से प्लांट बनाये जाएंगे या जीवी में जेन्को के लिए पद आरक्षित किये जायेंगे. अगर TBCB लागू होती हैं तो उसमें ट्रांसमिशन कंपनी भाग लेंगी या PGCIL जैसे व्यवस्था की जाएगी.
- . पेन्शन को सुरक्षित व्यवस्था हेतु एस्क्रो अकाउंट खोला जाएगा.
- . वेतन विसंगति 2 सप्ताह में दूर की जाएगी.
- . संविदा नीति 2023 विद्युत कंपनी में लागू नीति 2018 से कमतर न हो इसकी समीक्षा की जाएगी एवं महंगाई भत्ते का भी परीक्षण किया जाएगा.
- . आउटसोर्स कार्मिको को बीमा बढ़ाने सहमति बनी जिसे समिति को प्रेषित कर लागू किया जाएगा.
- . कनिष्ठ अभियंता और परीक्षण सहायको की वेतन विसंगति का समिति द्वारा परीक्षण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया है.
- . फ्रिंज बेनेफिट्स एवं मेडिक्लेम के सम्बंध में प्रस्ताव पारित कर आदेश प्रसारित करने की कार्यवाही की जाएगी.
- . गृह नगर स्थानांतरण पर कमेटी के निर्णय अनुसार कार्यवाही की जाएगी.
- . नवीन संगठनात्मक संरचना (OS) जल्द लागू की जाएगी
- . ESMA के नोटिस पर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की जाएगी.
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