विज्ञापन

टीकमगढ़ में तीन पीढ़ियों से चल रही थी अवैध आर्म्स फैक्ट्री ! यूपी में करते थे हथियार सप्लाई

भोपाल क्राइम ब्रांच की टीम ने टीकमगढ़ जिले में रविवार को एक अवैध आर्म्स फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था. अब इस मामले में नए खुलासे हुए हैं. पता चला है कि इस फैक्ट्री के जरिए एक इंटर स्टेट ऑर्म्स का संगठित नेटवर्क चलाया जा रहा है. यहां से अधिकांश हथियारों की सप्लाई उत्तरप्रदेश में की जा रही थी.

टीकमगढ़ में तीन पीढ़ियों से चल रही थी अवैध आर्म्स फैक्ट्री ! यूपी में करते थे हथियार सप्लाई

Tikamgarh Illegal Arms Factory: भोपाल क्राइम ब्रांच की टीम ने टीकमगढ़ जिले में रविवार को एक अवैध आर्म्स फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था. अब इस मामले में नए खुलासे हुए हैं. पता चला है कि इस फैक्ट्री के जरिए एक इंटर स्टेट ऑर्म्स का संगठित नेटवर्क चलाया जा रहा है. यहां से अधिकांश हथियारों की सप्लाई उत्तरप्रदेश में की जा रही थी. क्राइम ब्रांच के छापे में यहां दो अवैध कारखानों का पता चला है. एक फैक्ट्री चंदेरी थाना के कुड़ीला में दूसरी फैक्ट्री जतारा थाने के गांव रामगढ़ में चलाया जा रहा था. अधिकारियों ने फैक्ट्री चलाने वाले सुरेंद्र विश्वकर्मा को गिरफ्तार कर लिया है. दिलचस्प ये है कि सुरेन्द्र विश्वकर्मा का परिवार तीन पीढ़ियों से ये काम कर रहा है.

जमानत पर छूट कर आया था मुख्य आरोपी

क्राइम ब्रांच के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विश्वकर्मा परिवार लेथ मशीन और वेयरहाउस चलाने की आड़ में अवैध फैक्ट्रियां चला रहा था. ये कारोबार बीते 35 से 40 सालों से चल रहा था. इस परिवार के बेटे और नाती-पोते जेल में हैं लेकिन इसके बावजूद नेटवर्क ऐसा फैला है कि कारोबार जारी रखा गया था. दिलचस्प ये भी है कि खुद सुरेन्द्र विश्वकर्मा कुछ ही दिनों पहले ही जमानत पर छूट कर बाहर आया है. इन लोगों ने दिखाने के लिए लेथ मशीन की फैक्ट्री बिठाई थी. इसमें चोरी-छुपे कृषि उपकरण की जगह हथियार बनाते थे. इसके अलावा वेयरहाउस को किराए पर ले रखा था. धंधे में कोई दिक्कत न हो इसलिए वेयरहाउस के मालिक को भी पार्टनर बना रखा था. परिवार इतना शातिर था कि ऑर्म्स बनाने में उपयोग होने वाले सभी कलपुर्जे इन लोगों ने खुद ही बनाए थे.

इन्हीं लेथ मशीनों की आड़ में अवैध आर्म्स फैक्ट्री चलती थी.

इन्हीं लेथ मशीनों की आड़ में अवैध आर्म्स फैक्ट्री चलती थी.

कैसे खुला इनका राज?

पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र के निर्देश पर क्राइम ब्रांच की टीम काफी वक्त से अवैध हथियारों की तलाश में लगी थी, इसी दौरान निशातपुरा इलाके में दबिश के दौरान तीन संदिग्ध पकड़े गए... उनसे पूछताछ से मुख्तार खान का नाम सामने आया. इसके बाद पुलिस ने मुख्तार को पकड़ा तो उसके कब्जे से 32,000 रुपये की एक पिस्टल बरामद हुई. उसी ने पुलिस को बताया कि यह हथियार टीकमगढ़ के रहने वाले हथियार सुरेंद्र विश्वकर्मा से खरीदी थी...इसी सुराग पर क्राइम ब्रांच ने टीकमगढ़ में छापेमारी की और फैक्ट्री का खुलासा किया. पुलिस ने यहां से लेथ मशीन, वेल्डिंग मशीन, ड्रिल मशीन, अधबनी पिस्टल, बैरल, मैगजीन और बड़ी मात्रा में कारतूस औऱ पुर्जे बरामद किए हैं.

तीन पीढ़ियों का अपराध

पुलिस के मुताबिक सुरेंद्र विश्वकर्मा के पिता आनंदी विश्वकर्मा ने इस धंधे की शुरुआत की थी. उसने ट्रॉली और कृषि उपकरण बनाने की आड़ में हथियार तैयार करना शुरू किया था. उसी ने ये तकनीक अपने बेटों और पोतों को सिखाई. उसके जेल जाने के बाद भी परिवार ने कारोबार बंद नहीं किया. ये परिवार उत्तर प्रदेश में थोक के भाव में कारोबार करता था. फिलहाल इस केस में सुरेन्द्र विश्वकर्मा मुख्य आरोपी बताया जा रहा है. उस पर पहले कई आपराधिक मामले दर्ज है. इसके अलावा पुलिस ने इस केस में मुमताज अली, सैफ अली उर्फ रिंकू समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. फिलहाल एक आरोपी नरेन्द्र सिंह परमार फरार है.

MPCG.NDTV.in पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार,लाइफ़स्टाइल टिप्स हों,या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें,सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Close