Dalit Murder Case Bhind: भिंड में दलित हत्याकांड मामले में लगातार तनाव की स्थिति के बीच अब पुलिस ने कौरव समाज की शिकायत पर दलित पक्ष के खिलाफ भी कार्रवाई की है. कौरव समाज ने आरोप लगाया था कि पुलिस सिर्फ एकतरफा कार्रवाई कर रही है और उनके घरों में हुई आगजनी व हमले के मामले को नजरअंदाज कर रही है. ज्ञापन देने के बाद पुलिस ने सतर्कता दिखाते हुए घटना के पांच दिन बाद दलित समाज के 7 नामजद सहित 9 आरोपियों पर एफआईआर दर्ज कर ली है.
SP के नाम दिया गया ज्ञापन
कौरव समाज ने दो दिन पहले एसपी असित यादव के नाम टीआई राजेश शर्मा को ज्ञापन दिया था. जिसमे पक्षपात का आरोप लगाया था. कौरव समाज ने आरोप लगाया था कि रुद्र प्रताप सिंह जाटव हत्याकांड की घटना के बाद आरोपियो के घरों पर हमला किया गया, लेकिन पुलिस ने तत्काल कोई कार्रवाई नहीं की. कौरव समाज ने आगजनी और हमले के आरोपियों पर मामला दर्ज करने की माँग करते हुए ज्ञापन सौंपा था. इसी के बाद पुलिस ने शिकायत पर कार्रवाई की.
बंटी कौरव की शिकायत पर मामला दर्ज
एफआईआर में बंटी कौरव को फरियादी बनाया गया है. शिकायत में कहा गया कि हत्याकांड वाले दिन देर रात दलित समाज के लोग हथियारों से लैस होकर उनके घर के बाहर पहुंचे और गाली-गलौज की. बंटी कौरव ने पुलिस को बताया कि हथियारों से लैस शैलेन्द्र जाटव, अशोक जाटव, रामकेश जाटव, भैयालाल जाटव, कप्तान जाटव, जबर जाटव और दर्शन जाटव सहित अन्य शामिल हैं. शिकायत के अनुसार अशोक जाटव के पास 12 बोर की बंदूक, सतेंद्र के पास अधिया, भैयालाल के पास कट्टा और कप्तान जाटव के पास माउजर थी.
फरियादी ने लगभग 15 से 20 लाख रुपये के नुकसान का अनुमान बताया है.
कौरव परिवार दहशत में
घटना के बाद जाटव समुदाय की भीड़ द्वारा गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी में कौरव परिवार दहशत में आ गया और घरों में ताला डालकर गाँव छोड़ गया. बाद में पुलिस बल तैनात होने के बाद परिवार वापस लौटा और थाने में शिकायत दर्ज कराई. दबोह थाना पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों पर एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस गांव में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए बल तैनात किए हुए है, ताकि किसी भी तरह की तनावपूर्ण स्थिति न बने.
क्या है मामला?
दलित रुद्र प्रताप सिंह जाटव का एक माह पहले कौरव समाज के युवक से विवाद हुआ था. बताया जाता है कि रुद्र प्रताप आरोपी की किराना दुकान से सामान खरीदता था और उधारी का पैसा नहीं चुका पाया था. जब आरोपी ने उससे पैसे मांगे तो दोनों के बीच कहासुनी हो गई. इसी दौरान रुद्र प्रताप ने आरोपी को थप्पड़ जड़ दिया था. इस घटना से आरोपी और उसका परिवार अपमानित महसूस कर रहा था. तभी से आरोपी बदला लेने की फिराक में था. शनिवार को रुद्र प्रताप अपने मामा के साथ खेत पर गया हुआ था. तभी आरोपी पक्ष के पांच लोगों ने वहां पहुंचकर उसे घेर लिया और लाठी-डंडों से हमला बोल दिया. मृतक के मामा पर भी हमला किया गया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए. घायल मामा को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि रुद्र प्रताप की ग्वालियर रैफर करते समय रास्ते मे मौत हो गई.
स्थिति को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. जिसमे पुलिस ने पांच आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. पुलिस ने घटना के चार दिन बाद दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही उनसे हत्या में प्रयुक्त लाठी-डंडा और लोहे है सरिया भी जप्त किया है. पुलिस की गिरफ्त से अभी तीन आरोपी दूर है.
पुलिस का क्या कहना है?
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है. उनसे मिली जानकारी के आधार पर शेष फरार तीनों आरोपियों की तलाश तेज कर दी गई है. पुलिस का दावा है कि जल्द ही बाकी आरोपी भी गिरफ्तार कर लिए जाएंगे.
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