"इन्हें सबक सिखाओ" मां की यह बात सुन कहर बनकर टूटा बेटा, चाचा की अंधाधुंध फायरिंग में भतीजे की मौत; दो घायल

Bhind Crime News: भिंड के बहादुरपुरा गांव में अलाव की लकड़ी हटाने को लेकर हुए विवाद में चाचा और उसके साथियों ने 8-10 राउंड अंधाधुंध फायरिंग की. इस दौरान गोली लगने से 19 साल के भतीजे की मौत हो गई, जबकि उसकी बहन और भाई गंभीर रूप से घायल हो गए. दोनों का ग्वालियर में इलाज चल रहा है. पुलिस ने हत्या व प्रयास का केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.

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Bhind Firing Over Bonfire Wood: चाचा की गोली से भतीजे की मौत, बहन और भाई घायल.

Bhind Firing: मध्य प्रदेश के भिंड जिले के रौंन थाना क्षेत्र के बहादुरपुरा गांव में मामूली बात को लेकर हुआ विवाद खौफनाक वारदात में तब्दील हो गया. अलाव से लकड़ी हटाने जैसी साधारण बात पर हुए झगड़े में चाचा और उसके साथियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी, जिसमें 19 वर्षीय राज भदौरिया की मौके पर मौत हो गई, जबकि उसकी बहन पिंकी और छोटा भाई मयंक गंभीर रूप से घायल हो गए. दोनों का ग्वालियर में इलाज चल रहा है.

जानकारी के अनुसार, सोमवार रात रौंन थाना क्षेत्र के बहादुरपुरा गांव में संजीव भदौरिया के घर के बाहर रात में अलाव जल रहा था. संजीव का बड़ा बेटा राज भदौरिया और छोटा बेटा मयंक अलाव से लकड़ी निकालकर घर के भीतर ले जा रहे थे. इस दौरान शराब के नशे में धुत्त संजीव का भाई अभिषेक भदौरिया वहां पहुंचा और लकड़ी हटाने की बात को लेकर भतीजों से उलझ गया. संजीव ने दोनों के बीच झगड़ा शांत कराने की कोशिश की, लेकिन अभिषेक गाली-गलौज करता रहा. इसके बाद उसने कट्टे से एक राउंड हवाई फायरिंग की, इससे परिवार के सभी सदस्य डर गए. फायरिंग के बाद आरोपी अभिषेक भी मौके से चला गया. परिजनों को लगा कि बात खत्म हो गई है, लेकिन कुछ देर बाद जो हुआ उसने परिवार को जिंदगी भर का दर्द दे दिया.

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Bhind Crime News: आधे घंटे बाद लौटा चाचा कहर बनकर टूटा

पीड़ित परिजनों के अनुसार, करीब आधे घंटे बाद आरोपी चाचा अभिषेक उसके साथ भाई मिलन भदौरिया और अतरसूमा गांव के चार युवकों को साथ लेकर वापस लौट आया. सभी के पास एक अधिया, एक पिस्टल और कट्टे थे. पीड़ित संजीव भदौरिया के घर पहुंचते आरोपियों ने बिना कुछ बोले ताबड़तोड़ गोलीबारी शुरू कर दी. उन्होंने एक के बाद एक 9 से 10 राउंड फायर किए गए. ज्यादातर गोलियां घर के दरवाजे और दीवारों में धंसीं, लेकिन तीन गोलियां सीधे बच्चों को लगीं. एक गोली 19 साल के भतीजे राज भदौरिया के सीने में लगी, जिससे उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया. वहीं, भतीजी पिंकी भदौरिया और छोटा भतीजा मयंक भदौरिया भी गोली लगने से घायल हो गए. परिजनों ने तुरंत घायलों को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां प्राथमिकी उपचार के बाद गंभीर हालत में दोनों को ग्वालियर रेफर कर दिया.

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Bhind Crime: घायल पिंकी बोली- आते ही गोलियां चला दी, भाई की मौत हो गई 

गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती पिंकी ने कंपकंपाती आवाज में बताया- “चाचा अभिषेक और मिलन पहले आए थे, गाली-गलौज की और कट्टे से एक फायर करके चले गए. चाचा की मां ने उन्हें उकसाया कि ‘ये लोग नहीं सुधरेंगे, इनको सबक सिखाओ'. कुछ देर बाद वे फिर आए और साथ में चार लोग और थे. आते ही गोलियां चलाईं जो हम भाई–बहन को लगीं. मेरे बड़े भाई की वहीं मौत हो गई.” इस घटना के बाद बहादुरपुरा गांव में तनाव का माहौल है. रौंन थाना पुलिस ने हत्या और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है. पुलिस टीम गांव और आसपास के क्षेत्रों में आरोपी चाचा अभिषेक, मिलन और उनके साथ आए युवकों की तलाश कर रही है.

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Bhind Firing Case: परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

इस वारदात के बाद पीड़ित संजीव भदौरिया के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. 19 साल के जवान बेटे राज की मौत हो गई. बेटी पिंकी और छोटा बेटा मयंक की हालत गंभीर बनी हुई है. परिवार गहरे सदमे में है. उनका आरोप है कि अभिषेक और मिलन पहले भी कई बार विवाद कर चुके थे, जिसकी शिकायत पुलिस को दी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.

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